गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में शनिवार को निकाय चुनाव की मतगणना के अंतिम चरण के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया जिसके बाद मतगणना स्थल पर हंगामा शुरू हो गया।
सपा महापौर प्रत्याशी काजल निषाद का आरोप था कि चुनाव मे कुल 3.50 लाख मत पडे थे जबकि लगभग एक लाख अधिक मत गिने गये। इससे मतगणना स्थल पर सपा कर्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया।
श्रीमती निषाद पुन: मतगणना की मांग करते हुए सपा कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गयी। उन्हें पुलिस अभिरक्षा में ले लिया गया। सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस में धक्का मुक्की भी हुयी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मतगणना पुन: नहीं हुआ तो न्यायालय में भी जायेंगी। इसके बाद देर शाम सपा प्रत्याशी ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात की और उनके निर्देश पर धरना स्थगित कर दिया। श्रीमती निषाद ने कहा कि पार्टी नेतृत्व को इस धांधली की सूचना दे दी गयी है।
इस बीच श्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया “ गोरखपुर में डाले गये वोटों से ज़्यादा वोट गिने जाने की धांधली की ख़बर पर चुनाव आयोग तत्काल संज्ञान लेकर मतगणना की सत्यता को जाँचे और गलत पाये जाने पर रिकाउंटिंग करवाए।”
उन्होने कहा “ उप्र में भाजपा चुनाव जीतने के अपने हर पैतरें का इस्तेमाल कर रही है। हारती जगहों पर मतगणना धीरे करवा रही है। कुल वोटों से अधिक गिनने पर टेक्नीकल गलती बता रही है। अधिकारियों पर दबाव डालकर मनमानी रीकाउंटिग करवा रही है। भाजपा फ़रेबी मतगणना से जीत रही है, मतदान से नहीं।”