लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोण्डा में भिखारीपुर सकरौर तटबंध और बाढ़ से प्रभावित रहने वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने सिंचाई विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आपदा राहत कार्याें से सम्बन्धित अन्य विभागों से जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के उपरान्त जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ से पूर्व की गई तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि बाढ़ आने पर राहत कार्य तत्काल शुरू किया जाए। जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधिगण समन्वय के साथ बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए तैयार रहें।
मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड और नेपाल में भारी वर्षा के बाद सरयू व राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ा है। इस कारण घाघरा नदी में भी जलस्तर बढ़ने की सम्भावना है। सरयू व घाघरा नदी के किनारे बने सभी तटबंधों की मरम्मत की कार्यवाही पूर्ण हो चुकी है और उसकी लगातार निगरानी भी की जा रही है।
सिंचाई विभाग द्वारा बेहतरीन बाढ़ निरोधक उपाय किए गए हैं, परिणामस्वरूप स्थिति काफी अच्छी है। 28 बाढ़ चैकियां बनाई गई हैं। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी की जा चुकी है। किसी भी जन-धन की हानि से रोकने के लिए व्यापक स्तर पर कार्यवाही जारी है। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत सामग्री की व्यवस्था अभी से कर ली गई है।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण व शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।