उन्होंने पुस्तक लिखने के लिए श्री मौर्या को बधाई देते हुए कहा कि समाज में परिवर्तन हो रहा है लेकिन जितना होना चाहिए उतना नहीं हुआ। बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने समाज को जागरूक बनाने का काम किया। डॉ0 राममनोहर लोहिया ने जाति तोड़ो का अभियान चलाया। डॉ0 भीमराव अम्बेडकर और डॉ0 राममनोहर लोहिया के सिद्धांतों पर चलकर ही समाज को आगे बढ़ाया जा सकता है। शिक्षा से ज्ञान बढ़ेगा, वही संघर्ष से सम्पन्नता आएगी। इसी से भेदभाव को खत्म किया जा सकता है।
अखिलेश यादव ने कहा कि पिछड़े और दलितों ने ताकत देकर केन्द्र में एनडीए की सरकार बनायी थी। भाजपा सरकारों ने इन्हीं वर्गों का शोषण किया। पिछड़े और दलित छोड़ देंगे तो एनडीए कहीं नहीं बचेगी। उन्होंने कहा कि पिछड़ों-दलितों को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी संस्थाओं को मजबूत और सक्षम बनाना पड़ेगा। प्राइमरी स्कूलों में पिछड़े और दलित समाज के बच्चे पढ़ते हैं। स्कूलों की हालत बेहद खराब है। प्रदेश में तीन हजार प्राइमरी स्कूल बंद हो गये। इसी तरह से सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए सबसे ज्यादा गरीब लोग जाते है। उन्होंने कहा कि हमें सरकारी संस्थानों को मजबूत करना होगा। हम सरकार में आयेंगे तो सरकारी सरकारी संस्थानों को अच्छा और मजबूत बनायेंगे।