नई दिल्ली, भारतीय महिला हॉकी टीम 13 से 19 जनवरी तक रांची में होने वाले एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर के ग्रुप चरण में न्यूजीलैंड,अमेरिका और इटली से भिड़ेगी।
प्रतियोगिता में जर्मनी, जापान, चिली, चेक गणराज्य, न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, इटली और भारत पेरिस ओलंपिक के लिए अपना स्थान सुरक्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगी। टीमों को दो पूलों में बांटा गया है, जिसमें भारतीय महिला हॉकी टीम को पूल बी में न्यूजीलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका और इटली के साथ रखा गया है, जबकि पूल ए में जर्मनी, जापान, चिली और चेक गणराज्य हैं।
ओलंपिक क्वालीफायर के पूल चरण के दौरान, प्रत्येक टीम अपने ग्रुप में हर दूसरी टीम से एक बार भिड़ेगी। प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें 18 जनवरी को होने वाले सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। फाइनल और तीसरे/चौथे स्थान का मैच 19 जनवरी को होगा। टूर्नामेंट में तीन सर्वश्रेष्ठ टीमे पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर जायेंगी।
भारतीय कप्तान सविता ने कहा, “ हमें अपनी क्षमताओं पर भरोसा है। विरोधी टीमों की रैंकिंग हमें परेशान नहीं करती। हम एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024 के लिए भारत आने वाली सभी कठिन टीमों का सामना करने के लिए तैयार हैं। हमने जुलाई में जर्मनी से खेला था, इसलिए हम जानते हैं कि हमारा मुकाबला किससे है।”
मुख्य कोच जेनेके शोपमैन ने सविता के आत्मविश्वास को दोहराते हुए कहा कि झारखंड महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी रांची 2023 से बहुत कुछ सीखने को मिला, जहां वे जापान, चीन, कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड के खिलाफ अपराजित रहीं।
उन्होने कहा “ बहुत सी चीजें हमारे लिए अच्छी रहीं, लेकिन हमेशा ऐसे क्षेत्र होते हैं जहां हम सुधार कर सकते हैं। हमें अनावश्यक कार्डों से बचना होगा और अपने रेफरल का बेहतर उपयोग करना होगा। इस टूर्नामेंट ने दिखाया कि हम एक कठिन टीम हैं। इसलिए, हम खुद पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे, सुधार के तरीकों की तलाश करेंगे और एफआईएच हॉकी ओलंपिक क्वालीफायर रांची 2024 के लिए अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”