मुंबई, ब्याज दर में कटौती और चीन की अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने की उम्मीद से जूझ रहे निवेशकों के कमजोर रुझान से विश्व बाजार में आई गिरावट के बीच स्थानीय स्तर पर जारी तिमाही नतीजे में एचडीएफसी बैंक के ऋण-जमा अनुपात के खतरनाक स्तर पर पहुंचने से इस हैवीवेट बैंक के शेयरों के करीब साढ़े आठ प्रतिशत लुढ़कने से आज शेयर बाजार में कोहराम मच गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1628.01 अंक अर्थात 2.23 प्रतिशत का गोता लगाकर 72 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 71,500.76 अंक रह गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 460.35 अंक यानी 2.09 प्रतिशत लुढ़ककर 22 हजार अंक से नीचे 21,571.95 अंक पर आ गया।
इस दौरान दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर बिकवाली हुई। इससे मिडकैप 1.09 प्रतिशत की गिरावट लेकर 37,597.29 अंक और स्मॉलकैप 0.90 प्रतिशत टूटकर 43,963.89 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 3900 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2510 में बिकवाली जबकि 1301 में लिवाली हुई वहीं 89 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 39 कंपनियां लुढ़क गई जबकि 10 में तेजी रही वहीं एक के भाव स्थिर रहे।
बीएसई में टेक, कंज्यूमर डयूरेबल्स और आईटी समूह की 0.54 प्रतिशत तक की बढ़त को छोड़कर 17 समूहों का रुझान नकारात्मक रहा। इस दौरान बैंकिंग समूह ने सबसे अधिक 4.02 प्रतिशत का नुकसान उठाया। साथ ही कमोडिटीज 2.31, सीडी 1.17, ऊर्जा 0.88, एफएमसीजी 0.84, वित्तीय सेवाएं 3.76, हेल्थकेयर 0.66, इंडस्ट्रियल्स 0.38, दूरसंचार 1.94, यूटिलिटीज 1.03, ऑटो 1.28, कैपिटल गुड्स 0.19, धातु 2.86, तेल एवं गैस 0.93, पावर 0.88, रियल्टी 1.47 और सर्विसेज समूह के शेयर 1.41 प्रतिशत गिर गए।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गिरावट का रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफ़टीएसई 1.62, जर्मनी का डैक्स 0.97, जापान का निक्केई 0.40, हांगकांग का हैंगसेंग 3.71 और चीन का शंघाई कंपोज़िट 2.09 प्रतिशत लुढ़क गया।