डब्ल्यूएचओ ने दक्षिणी गाजा के अस्पताल से 32 गंभीर रोगियों को निकाला

जिनेवा, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि उसने पिछले दो दिनों में दक्षिणी गाजा के नासिर अस्पताल से दो बच्चों सहित 32 गंभीर रोगियों को स्थानांतरित किया है।

डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने जिनेवा में मंगलवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि लगभग 130 बीमार और घायल रोगी और कम से कम 15 स्वास्थ्य कर्मचारी अस्पताल के अंदर हैं। डब्ल्यूएचओ ने उनकी सुरक्षा और कल्याण पर चिंता व्यक्त की और चेतावनी दिया कि बीमार और घायलों की जीवन रक्षक देखभाल में व्यवधान आने से और ज्यादा मौतें होंगी।

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि खान यूनिस में नासिर अस्पताल ने 14 फरवरी को इजरायल के सैन्य छापेमारी के बाद काम करना बंद कर दिया है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि नासिर अस्पताल में बिजली और पानी नहीं है और चिकित्सा अपशिष्ट और कचरा बीमारी का घर बन रहे हैं। वहां की स्थिति को हृदय विदारक बताते हुए, डब्ल्यूएचओ के कर्मचारी क्रिस ब्लैक ने कहा कि अस्पताल जली हुई और नष्ट हुई इमारतों से घिरा हुआ है, और वहां मलबे की भारी परतें हैं, जहां कोई भी सड़क बरकरार नहीं है।

एजेंसी ने कहा कि नासिर अस्पताल का विघटन और पतन गाजा की स्वास्थ्य प्रणाली के लिए एक बड़ा झटका है। दक्षिण में अन्य सुविधाएं पहले से ही अधिकतम क्षमता से ज्यादा काम कर रही हैं और मुश्किल से अधिक रोगियों की देखभाल करने में सक्षम हैं।

श्री जसारेविक ने कहा कि डब्ल्यूएचओ को गाजा में नासिर अस्पताल और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं को सुरक्षित, पुनर्निर्माण और ठीक से आपूर्ति होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि यह तभी संभव हो सकता है जब संघर्ष विराम हो और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, रोगियों और मानवतावादियों तक निर्बाध पहुंच हो।

डब्ल्यूएचओ ने रोगियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य अवसंरचना और नागरिक सुरक्षा के लिए अपने आह्वान को दोहराया।