नयी दिल्ली, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दलों के दम पर केन्द्र में तीसरी बार सरकार बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहयोगी दलों को महत्वपूर्ण , संवेदनशील तथा भारी भरकम मंत्रालयों से दूर ही रखा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को मंत्रिपरिषद के सदस्यों के विभागों का बंटवारा किया जिसमें सभी शीर्ष और महत्वपूर्ण मंत्रालय भाजपा नेताओं को ही दिये गये हैं। उपर के शीर्ष पांच मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इनकी जिम्मेदारी मोदी के दूसरे कार्यकाल वाले मंत्री ही संभालेंगे।
बंटवारे में जनता दल एस के कोटे से केबिनेट मंत्री बने एच डी कुमारस्वामी को भारी उद्योग और इस्पात मंत्री, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी को सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्री , जद यू के राजीव रंजन सिंह को पंचायती राज मंत्री और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी, तेदेपा के राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्री और लोजपा के चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री बनाया गया है।
स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों में शिवसेना के जाधव प्रतापराव गणपतराव को आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जबकि रालोद के जयंत चौधरी को कौशल विकास और उद्ममिता के साथ शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी है।