भोपाल, भोपाल सेंट्रल जेल से भागने के बाद सिमी के 8 आतंकियों को मार गिराए जाने पर राजनीति तेज हो गई है। विपक्षी नेताओं ने मध्यप्रदेश सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि हर बार मुस्लिम कैदी ही जेल से भागता है, हिंदू कैदी क्यों नहीं भागता। उन्होंने आगे कहा कि इस एनकाउंटर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मैं मांग करता हूं कि कोर्ट इस केस की जांच में नजर बनाए रखे। इसके अलावा इस मामले की एनआईए द्वारा जांच की करने के साथ कोर्ट को निगरानी करनी चाहिए। मुसलमान कैदी ही जेल से क्यों भागते हैं, क्या समस्या है इसकी की भी जांच की जानी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पूछा कि मुठभेड़ में मारे गाए सिमी आतंकियों के बारे में कांग्रेस पार्टी की राय क्या है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ये बताएं कि दिग्विजय सिंह जो कुछ बोल रहे हैं वो निजी हैसियत से बोल रहे हैं या कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक बयान है। इससे पहले भी बटला हाउस प्रकरण में दिग्विजय सिंह बयानबाजी करते रहे लेकिन बाद में कांग्रेस ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा के मामले में सभी दलों को राजनीतिक बयानबाजी की जगह एक सुर में बोलना चाहिए। संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि कुछ लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर सियासत की आदत पड़ चुकी है। सिमी के आतंकियों के मारे जाने पर सवाल पूछ रहे हैं। लेकिन जब वो खुलेआम आम लोगों को निशाना बनाते थे, बेगुनाहों का कत्ल करते थे तो सियासत करने वाले लोग चुप होकर बैठकर जाते थे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अपनी सुविधानुसार घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देते हैं। जब उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के बार्डर पर लगभग 29 माओवादियों को मारा जाता है। उस वक्त उनके धर्म को लेकर सवाल नहीं खड़े किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी निचले दर्जे की राजनीति के झांसे में न आएं। इसे नजरअंदाज करना ही बेहतर होगा। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने विपक्ष के इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि हमें संदेह करने और अधिकारियों व पुलिस से पूछताछ करने की अपनी आदतों को बंद कर देना चाहिए, सच सामने आ जाएगा। बीजेपी नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों का देशविरोधी ताकतों के साथ खड़ा होना सच में निंदनीय है। यह लोग हमेशा अवसर तलाश कर वोट बैंक की राजनीति करते हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि एनआईए को इसकी जांच करनी चाहिए कि सिमी के आतंकवादी जेल से कैसे भागे लेकिन एनकाउंटर पर किसी जांच की कोई जरूरत नहीं है। जब भी मुठभेड़ में आतंकवादी मारे जाते हैं, हमारे देश में कुछ लोग हैं जो इस पर संदेह करते हैं विशेष रूप से कांग्रेस ऐसा करती है। मानवाधिकार आयोग के पीआरओ एलआर सिसोदिया ने बताया है कि मानवाधिकार आयोग ने 15 दिन के भीतर इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। एनकाउंटर के बाद सामने आई वीडियो की भी जांच की जाएगी। वहीं एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले की जांच मध्यप्रदेश सरकार द्वारा स्वीकार्य होनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके। ऐसी घटनाओं से अल्पसंख्यकों के बीच भय पैदा होता है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले में वर्तमान न्यायाधीश से स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर जांच में सच पाया जाता है तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए मंगलवार को मध्य प्रदेश की जेल मंत्री कुसुम मेहदेले से जब जेल के सुरक्षा इंतजाम को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछे तो वो सवालों से बचती हुईं नजर आईं।वहां मौजूद एक पत्रकार ने जब कुसुम मेहदेले से पूछा कि जेल के कई सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे तो उन्होंने कहा कि अब ये मामला पुराना हो गया है, अब मौका दूसरा है।पत्रकार ने जब दोबारा यही सवाल दोहराते हुए पूछा कि क्या आप मानती हैं कि जेल की सुरक्षा में चूक हुई है तो उन्होंने कहा कि हमें कुछ नहीं पता, हम वहां नहीं थे। इस दौरान उन्होंने माइक को भी हाथ से दूर कर दिया।