पीवीआर आईनॉक्स और फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन ने अक्कीनेनी नागेश्वर राव की 100वीं जयंती पर फिल्म महोत्सव का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
भारत के सबसे बड़े और सबसे प्रीमियम सिनेमा प्रदर्शक पीवीआर आईनॉक्स लिमिटेड को अक्कीनेनी नागेश्वर राव फिल्म महोत्सव की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, जो कि दिग्गज तेलुगु अभिनेता अक्कीनेनी नागेश्वर राव (एएनआर) को उनकी 100वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य श्रद्धांजलि है. नटसम्राट के रूप में व्यापक रूप से जाने जाने वाले एएनआर भारतीय सिनेमा में एक महान हस्ती थे, जो अपनी बहुमुखी प्रतिभा और आकर्षक अभिनय के लिए प्रसिद्ध थे, जिन्होंने फिल्म उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी है.
बहुमुखी प्रतिभा के धनी
अक्किनेनी नागेश्वर राव बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. उन्होंने अपने 71 साल के करियर में 250 से अधिक फिल्मों में काम किया. उन्होंने न सिर्फ तेलुगु बल्कि तमिल और हिंदी सिनेमा में भी अपने अभिनय का दमखम दिखाया था. महान अभिनेता को उनकी बेहतरीन कलाकारी के लिए पद्म विभूषण और भारत के सर्वोच्च अभिनय सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
तीन दिवसीय फिल्म महोत्सव
यह तीन दिवसीय फिल्म महोत्सव 20 से 22 सितंबर 2024 तक चलेगा, जो प्रशंसकों को बड़े पर्दे पर एएनआर की प्रतिष्ठित फिल्मों के जादू को फिर से जीने का दुर्लभ अवसर प्रदान करेगा.
सबसे मशहूर फिल्मों का हुआ चयन
महान अभिनेता की व्यापक फिल्मोग्राफी से 10 क्लासिक फिल्मों को मूवी गाला के लिए चुना गया है. इनमें ‘देवदासु’ (1953), ‘मिसम्मा’ (1955), ‘मायाबाजार’ (1957), ‘भार्या भरथलु’ (1961), ‘गुंडम्मा कथा’ जैसी प्रतिष्ठित फिल्में शामिल हैं ‘(1962), ‘डॉक्टर चक्रवर्ती’ (1964), ‘सुदिगुंडलु’ (1968), ‘प्रेम नगर’ (1971), ‘प्रेमाभिषेकम’ (1981), और ‘मनम’ (2014) शामिल हैं.
फेस्टिवल 31 शहरों में आयोजित
अक्किनेनी नागेश्वर राव फिल्म फेस्टिवल का आयोजन 31 शहरों में किया जाएगा, जिसमें हैदराबाद, चेन्नई, बैंगलोर, दिल्ली, गुरुग्राम, अहमदाबाद और कई अन्य प्रमुख केंद्र शामिल हैं, जिससे देश भर के प्रशंसक इस सिनेमाई किंवदंती के जश्न में शामिल हो सकेंगे.
सिनेमाई यात्रा किसी किंवदंती से कम नहीं
पीवीआर आईनॉक्स लिमिटेड के सीईओ श्री गौतम दत्ता ने कहा, “हम अक्किनेनी नागेश्वर राव की शताब्दी मनाकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं, जिनकी सिनेमाई यात्रा किसी किंवदंती से कम नहीं है. उनकी फिल्में दुनिया भर के सिनेप्रेमियों को प्रेरित करती रहती हैं. यह फेस्टिवल उनकी अपार विरासत के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है. हमें उम्मीद है कि यह पहल समर्पित प्रशंसकों और नए दर्शकों दोनों को आकर्षित करेगी, और उन्हें एक बार फिर सिनेमाघरों में एएनआर की प्रतिभा का अनुभव करने का मौका देगी.”
भारतीय सिनेमा के सच्चे दिग्गज
फ़िल्म हेरिटेज फ़ाउंडेशन के फ़िल्म निर्माता और निर्देशक शिवेंद्र सिंह डूंगरपुर ने अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “अक्किनेनी नागेश्वर राव भारतीय सिनेमा के सच्चे दिग्गज थे, और यह उचित ही है कि हम इस उल्लेखनीय फ़ेस्टिवल के साथ उनकी शताब्दी मनाएं . पीवीआर आईनॉक्स के साथ हमारी साझेदारी के ज़रिए, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि फ़िल्म में एएनआर के अद्वितीय योगदान को संरक्षित किया जाए और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रदर्शित किया जाए. फ़िल्म हेरिटेज फ़ाउंडेशन क्लासिक फ़िल्मों को पुनर्स्थापित करने और पुनर्जीवित करने के लिए प्रतिबद्ध है, और यह फ़ेस्टिवल भारतीय सिनेमा के दिग्गजों को सम्मानित करने के हमारे मिशन में एक कदम आगे है.”
उनकी विरासत पर बहुत गर्व है
अक्किनेनी नागार्जुन कहते हैं, “मुझे खुशी है कि फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन मेरे पिता की 100वीं जयंती देश भर में उनकी ऐतिहासिक फिल्मों के उत्सव के साथ मना रहा है. वे एक अग्रणी व्यक्ति थे जिन्होंने अन्नपूर्णा स्टूडियो की स्थापना की, जिसने हमारे राज्य में तेलुगु फिल्म उद्योग की पहली नींव रखी. हमें उनकी विरासत पर बहुत गर्व है और इस उत्सव के माध्यम से देश भर के दर्शक न केवल तेलुगु सिनेमा के बल्कि भारतीय सिनेमा के एक आइकन को याद करेंगे. हम इस विरासत को संरक्षित करना चाहेंगे ताकि लोग उन्हें अगले सौ वर्षों तक याद रखें. पूरा अक्किनेनी परिवार इस महोत्सव को संभव बनाने के लिए हमारे साथ साझेदारी करने के लिए एनएफडीसी-एनएफएआई और पीवीआर-आइनॉक्स को धन्यवाद देना चाहता है.”
एक महान अभिनेता को श्रद्धांजलि
एनएफडीसी-नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया के संयुक्त सचिव (फिल्म) और प्रबंध निदेशक पृथुल कुमार ने कहा, “एनएफडीसी-एनएफएआई श्री अक्किनेनी नागेश्वर राव की जन्म शताब्दी मनाने में सहयोग करने के लिए बहुत सम्मानित महसूस कर रहा है, जिसमें आर्काइव के संग्रह में रखे प्रिंट और निगेटिव से 4K में बहाल सात कालातीत क्लासिक्स प्रस्तुत किए जा रहे हैं. इन फिल्मों को देश के साथ साझा करने के लिए पीवीआर-आईएनओएक्स, उनके क्यूरेशन और योजना के लिए अन्नपूर्णा स्टूडियो और फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के तहत इस प्रयास को वित्तपोषित करने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय को हमारा हार्दिक धन्यवाद.”
अर्पणा यादव