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रेडियो के प्रति जुनून ने दर्ज कराया गिनीज बुक में नाम

अमरोहा,  इंटरनेट और सोशल मीडिया के प्रति आकर्षण ने दशकों तक लोगों के दिल ओ दिमाग पर राज करने वाले ‘रेडियो’ के एक छत्र राज को रसातल में ढकेल दिया है मगर रेडियो के प्रति दीवानगी ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बुजुर्ग का नाम गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करा दिया है।

अमरोहा और आसपास के क्षेत्र में रेडियो मैन के नाम से विख्यात राम सिंह बोद्ध (68) के पास 1257 रेडियो का संग्रह है और इनकी तारीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई नामचीन हस्तियां कर चुकी हैं। हालांकि बोद्ध रेडियाे के प्रति दिलचस्पी और संग्रह के श्रेय पीएम मोदी के कार्यक्रम ‘ मन की बात’ को देते हैं।

नाईपुरा ( गजरौला ) निवासी बुजुर्ग का नाम वृहद स्तर पर अनूठे 1,257 रेडियो संग्रह करने पर पिछली 26 सितंबर को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। श्री बोद्ध ने गुरुवार को बताया कि 18 फ़रवरी 2024 को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम यहां गजरौला स्थित नाईपुरा संग्रहालय में आई थी। जहां अलग-अलग तरह के 1400 रेडियो संग्रह मे से 1,257 को चुना था। 26 सितंबर 2024 को गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज हुआ, सर्टिफिकेट 27 सितंबर को अपलोड किया गया।

उन्होंने बताया कि आकाशवाणी दिल्ली प्रसारण भवन स्थित संग्रहालय को उन्होने उपहार स्वरूप 137 रेडियो दिए गए हैं। राम सिंह बोद्ध ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र भेजकर आकाशवाणी में रेडियो संग्रहालय की मांग की थी। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भी सोशल मीडिया एक्स पर की पोस्ट के माध्यम से श्री बोद्ध की सराहना करते हुए लिखा था कि संग्रहालय रेडियो प्रेमियों की विरासत का संरक्षण है,जो आने वाली पीढ़ियों को रेडियो की विकास यात्रा से साक्षात्कार कराएगा।

इससे पूर्व 27 नवंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘ मन की बात ‘ कार्यक्रम में अमरोहा जिले के ‘ रेडियो मेन ‘ राम सिंह बोद्ध के रेडियो के प्रति लगाव और संग्रहालय को लेकर उनके प्रयासों की सराहना कर चुके हैं। उन्होंने आगे बताया कि ‘ मन की बात ‘ में जिक्र होने के बाद से रेडियो संग्रह मे उनकी दिलचस्पी और बढ़ गई।

श्री बोद्ध ने बताया कि लगभग 25 लाख़ रुपये अनुमानित मूल्य के इस अनूठे संग्रहालय में रेडियो के अलावा अन्य दुर्लभ वस्तुएं हैं। भारतीय भंडारण निगम (सीडब्ल्यूसी) में पर्यवेक्षक के पद से सेवानिवृत्ति के बाद वह अपना अधिकांश समय रेडियो के साथ बिताते हैं। उनको एक ही बात को लेकर जीवन भर मलाल रहेगा कि उन्हें शादी में रेडियो नहीं मिला था।

राम सिंह बोद्ध ने बताया कि ‘ मन की बात ‘ कार्यक्रम प्रमुख व प्रभारी मनोहर सिंह रावत ने आकाशवाणी भवन स्थित संग्रहालय को रेडियो सेट उपहार में देने के लिए आभार जताया था। श्री बोद्ध ने कहा कि उनके संग्रहालय में जानी-मानी ,बुश , मर्फी और फिलिप्स कंपनियों के अलावा सबसे अधिक रेडियो सोनी, पैनासॉनिक कंपनियों के हैं। इनमें सबसे कीमती 20 हज़ार रुपये का सन् 1920 में बना यूएस आर्मी का रेडियो है। जबकि सबसे बड़ा रेडियो जर्मनी ग्राउंड लिक कंपनी का है जिसकी लंबाई डेढ़ मीटर है, वहीं सबसे छोटा एक इंच का है। इस तरह संग्रहालय में 1400 के आसपास रेडियो उपलब्ध हैं।

रेडियो के अलावा वर्ष 1931 के सिनेमा की बोलती फिल्म की दो सौ रील,सौ साल पुराने पांच कैलक्यूलेटर,सौ साल पुरानी 50 घड़ियां, 300-400 साल पुरानी 300 पांडुलिपि, ग्रामोफोन ,शक, कुषाण काल से लेकर मुग़ल और ब्रिटिश शासन काल के 25 सौ सिक्के,अति दुर्लभ ढ़ाई सौ पुस्तकें, 12 पाकेट टीवी,स्टोव, 50 टेलीफोन , पैट्रोमैक्स, रसोई में काम आने वाली वस्तुएं, अख़बार,डाक टिकट,पेन दवात-कलम 1890 से 2010 तक के पोस्टकार्ड, पुर्तगाल शासन के 150 तथा अंग्रेजी शासनकाल के 250 डाक टिकट, एक हज़ार साल प्राचीन तांबे के आभूषण, चार सौ साल प्राचीन हस्तलिखित श्रीमद्भागवत गीता, वर्ष 1900 की विश्व की सबसे छोटी बाइबिल आदि धरोहर से उनका संग्रहालय समृद्ध हैं।