राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के भारत चीन सीमा के बारे में सेना प्रमुख के हवाले से दिए गए बयान पर खेद जताया है और कहा है कि राहुल गांधी ने संसद में अपने भाषण में भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर सेना प्रमुख के बयान के बारे में झूठे आरोप लगाए हैं।
रक्षा मंत्री ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा,“सेना प्रमुख की टिप्पणी में केवल दोनों पक्षों द्वारा पारंपरिक गश्त में व्यवधान का उल्लेख था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हाल ही में हुई सैन्य वापसी के हिस्से के रूप में इन प्रथाओं को उनके पारंपरिक स्वरूप में बहाल किया गया है। सरकार ने संसद में ये विवरण साझा किए हैं।
राहुल गांधी द्वारा सेना प्रमुख के लिए कहे गए शब्द कभी भी उनके द्वारा नहीं बोले गए थे। यह बहुत खेद की बात है कि श्री राहुल गांधी राष्ट्रीय हित के मामलों पर गैरजिम्मेदार राजनीति में लिप्त हैं। यदि कोई भारतीय क्षेत्र है जिस पर चीन ने कब्ज़ा किया है, तो वह 1962 के युद्ध के परिणामस्वरूप अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किमी और 1963 में पाकिस्तान द्वारा चीन को अवैध रूप से सौंपे गए 5,180 वर्ग किमी क्षेत्र हैं। राहुल गांधी हमारे इतिहास के इस चरण के बारे में आत्मनिरीक्षण करने पर विचार कर सकते हैं।”