मतगणना कल सुबह आठ बजे शुरू होगी और पहले डाक मतपत्रों की गिनती करायी जायेगी। मतगणना के प्रारंभिक रुझान नौ के बाद आने शुरू हो जायेंगे। नयी विधानसभा में दलीय स्थिति दोपहर तक स्पष्ट होने लगेगी। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के मुख्यालयों पर मतगणना के नतीजों के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की गयी हैं, जहां पार्टियों के वरिष्ठ नेता, मीडियाकर्मियों और कार्यकर्ताओं से संवाद करने को उपस्थित रहने वाले हैं।
निर्वाचन आयोग की ओर से मतों की गणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। दिल्ली मुख्य चुनाव अधिकारी आर. एलिस वाज के अनुसार दिल्ली विधानसभा की सभी 70 निर्वाचन क्षेत्राें के फॉर्म 17सी सहित चुनाव दस्तावेंजों की जांच पूरी कर ली गयी है। जांच के दौरान चुनाव आयोग के केंद्रीय प्रेषक उम्मीदवार और उनके एजेंट तथा चुनाव अधिकारी मौजूद रहे और किसी भी उम्मीदवार ने कोई शिकायत दर्ज नहीं की है।
राजधानी के 11 जिलों में मतगणना के लिए 19 केन्द्र बनाये गये हैं। इलेक्ट्रॉनिक वाेटिंग मशीन (ईवीएम) को आयोग और पुलिस अधिकारियों की कड़ी निगरानी में स्ट्रांग रूम में रखा गया है। केन्द्र को त्रिस्तरीय सुरक्षा के घेरे में लिया गया है। मतगणना के लिए पर्यवेक्षकों, मतगणना सहायकों, माइक्रो प्रषकों, डाटा अधिकािरियों को काम पर लगाया गया है।
चुनाव आयोग के अनुसार नई दिल्ली और उत्तर-पश्चिम जिलों में तीन-तीन स्थलों पर मतों की गिनती होगी, जबकि चार जिलों में दो-दो और पांच जिलों में एक-एक मतगणना स्थल पर गिनती होगी। कल सुबह सबसे पहले पोस्टल बैलेट के वोट गिने जाएंगे। इसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती होगी। अपराह्न तक चुनाव परिणाम की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
दिल्ली में पांच फरवरी को हुए मतदान के अनुसार राजधानी के 11 जिलों में 60.42 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। जिलावार मतदान प्रतिशत में उत्तर-पूर्वी दिल्ली सबसे आगे रही और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में मतदान सबसे कम रहा। सेंट्रल दिल्ली में 59.09 प्रतिशत, पूर्वी दिल्ली में 62.37, नयी दिल्ली में 57.13, उत्तरी दिल्ली में 59.55, उत्तर-पूर्व दिल्ली में 66.25, उत्तर-पश्चिम दिल्ली में 60.7, शाहदरा में 63.94, दक्षिणी दिल्ली में 58.16, दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 56.16, दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में 61.07 और पश्चिमी दिल्ली में 60.76 प्रतिशत मतदान हुआ था।
दिल्ली में सत्तारूढ आम आदमी पार्टी (आप) जहां चौथी बार सत्ता हासिल करने में जुटी हुई है वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 25 वर्ष के बाद इस बार हर हाल में सत्ता वापसी के प्रयास पर जुटी हुई है। इससे पहले वर्ष 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में कुल 70 सीट में से आम आदमी पार्टी के खाते में 62 सीटें आयी थी और भारतीय जनता पार्टी को केवल आठ सीट से संतुष्ट होना पड़ा था तथा कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पायी थी। आम आदमी पार्टी का वोट शेयर 53.57 प्रतिशत और भाजपा का 38.51 तथा कांग्रेस का 4.26 प्रतिशत रहा था।
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान पांच फरवरी को हुआ था। विधानसभा चुनाव में कुल 699 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमाने के लिए उतरे थे।
दिल्ली के साथ-साथ पांच फरवरी को दो राज्यों तमिलनाडु (ईरोड-पूर्व) और उत्तर प्रदेश (मिल्कीपुर) की एक-एक सीट पर उपचुनाव इसी दिन मतदान कराये गये थे।