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योगी आदित्यनाथ में भावनात्मक संवेदना नहीं है :अखिलेश यादव

लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में भावनात्मक संवेदना नहीं है तथा वह अमर्यादित और अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग करते हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि पीड़ित, दुखी और परेशान लोगों को अपमानित करना मुख्यमंत्री जी का स्वभाव है। सत्ता के अहंकार में भाजपा राजनीतिक शिष्टाचार विहीन हो गयी है। इस सरकार ने किसानों, नौजवानों, महिलाओं, व्यापारियों विपक्षी दलों के नेताओं तथा हर किसी को अपमानित और बदनाम करने का अभियान चलाया। छवि खराब करने का प्रयास किया। अब तो हद हो गयी है कि मुख्यमंत्री जी महाकुम्भ भगदड़ में मरने वाले लोगों के परिवारों को भी नहीं छोड़ रहे है। पीड़ित और दुखी परिवारों की मदद करने के बजाय मुख्यमंत्री जी अपमानित करके उनका दर्द और बढ़ा रहे है।

अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है। जनता सरकार चुनती है। लोकतंत्र की सरकार तानाशाह नहीं हो सकती है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का व्यवहार तानाशाही का है। यह राजनीतिक विरोधियों को प्रताड़ित और परेशान कर रही है। भाजपा राज में लोगों को स्वतंत्र रूप से बोलने और लिखने का अधिकार नही रह गया है। समाजवादी पार्टी के कई लोगों के साथ द्वेषभाव से कार्यवाही की गयी। भाजपा सरकार का आचरण बेहद निन्दनीय है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। आने वाले विधान सभा चुनाव में भाजपा की रिकार्ड हार होगी। समय के साथ इनका पता नहीं चलेगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि दोषपूर्ण जीएसटी ने व्यापार और व्यापारियों को तबाह कर दिया है। भाजपा सरकार छापे डलवाकर व्यापारियों के साथ अत्याचार कर रही है। भाजपा सरकार की कार्य प्रणाली से व्यापारियों में भारी आक्रोश है। इस सरकार की जीरो पावर्टी योजना धोखा है। सरकार किसानों, नौजवानों, व्यापारियों, गरीबों हर वर्ग को झूठे सपने दिखाकर ठगने के लिए नई-नई तरकीवे खोजा करती है।

अखिलेश यादव ने कहा कि धर्म कारोबार नहीं होता है। धर्म से आस्था जुड़ी होती है। सेवा का व्यापार नही हो सकता है लेकिन भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री जी ने जनता की आस्था को व्यापार बना दिया है। दान, पुण्य, सेवा के कुम्भ को मुख्यमंत्री जी ने कारोबार बना दिया। उनके लिए कुम्भ तीन लाख करोड़ का कारोबार बन गया है। समाजवादी सरकार ने 2013 में भव्य और शानदार कुम्भ का आयोजन किया था। हावर्ड विश्वविद्यालय की टीम ने उसका अध्ययन किया था, उस पर शोध किया। उस कुम्भ के प्रबन्धन और व्यवस्थाओं की सराहना की। प्रयागराज कुम्भ को लेकर वह अब तक का सबसे अच्छा और सम्पूर्ण अध्ययन है। हमने हावर्ड विश्वविद्यालय के अध्ययन की हिन्दी और अंग्रेजी किताब अपने विधायक कमाल अख्तर के जरिए मुख्यमंत्री जी को भेजी है। उस पुस्तक में कुम्भ के बारे में विस्तार से बताया गया है।

कुम्भ के बारे में पौराणिक और ऐतिहासिक दृष्टि से तमाम कहानियां है। कन्नौज के सम्राट हर्षवर्धन कुम्भ के आयोजन में पूरी व्यवस्था करते थे। वह कुम्भ में पूरे समय रहकर सेवा और दान देकर पुण्य अर्जित करते थे। आजादी के बाद हर मौजूदा सरकार ने कुम्भ की व्यवस्था की लेकिन भाजपा के लोग समझते है कि सिर्फ इन्होंने ही कुम्भ का आयोजन किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि कुम्भ में स्नान के लिए अभी बड़ी संख्या में लोग रह गये है। इसलिए इसका आयोजन एक महीना और बढ़ाया जाना चाहिए। अभी भी बुजुर्ग अमृत स्नान से वंचित रह गये।

अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा सब चौपट कर दिया है। निर्माण और उत्पादन पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। भाजपा सरकार बुनियादी ढांचे की उपेक्षा कर रही है। हर योजना में भ्रष्टाचार है। समाजवादी सरकार ने लखनऊ में कैंसर संस्थान का निर्माण कराया लेकिन भाजपा सरकार ने उस कैंसर रिसर्च इन्स्टीट्यूट को बर्बाद कर दिया। सरकार उसे बजट नहीं दे रही है। प्रदेश के अन्य मेडिकल संस्थाओं का बुरा हाल है।

बिजली की व्यवस्था खराब है। भाजपा सरकार ने अपने कार्यकाल में एक भी बिजली का नया प्लान्ट नहीं लगाया।
इस अवसर पर सर्वश्री राजेंद्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री सहित दुर्गा प्रसाद यादव, कमाल अख्तर, सचिन यादव, आशु मलिक, आर0के0 वर्मा, संदीप पटेल, तस्लीम अहमद सभी विधायकगण एवं मनीष जगन अग्रवाल तथा प्रदीप जायसवाल आदि भी उपस्थित रहे।