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अमेरिकी टैरिफ से वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ने का बाजार पर रहेगा असर

मुंबई, वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ने से जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों में निवेशकों का भरोसा डगमगाने से हुई बिकवाली से बीते सप्ताह करीब तीन प्रतिशत का भूचाल देख चुके घरेलू शेयर बाजार पर अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मैक्सिकन और कनाडाई वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का प्रस्तावित टैरिफ 04 मार्च से प्रभावी होने की घोषणा और स्थानीय स्तर पर फरवरी की वाहन बिक्री के आंकड़ों का असर रहेगा।

बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 2112.96 अंक अर्थात 2.81 प्रतिशत का गोता लगाकर सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस को 73198.10 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 671.2 अंक यानी 2.94 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 22124.70 अंक पर बंद हुआ।

समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों के मुकाबले मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में अधिक बिकवाली हुई। इससे मिडकैप 1782 अंक अर्थात 4.41 प्रतिशत कमजोर रहकर सप्ताहांत पर 38592.02 अंक और स्मॉलकैप 2773.1 अंक यानी 6.05 प्रतिशत लुढ़ककर 43082.90 अंक पर आ गया।

विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ने से जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों में निवेशकों का भरोसा डगमगाने से बाजार में बीते सप्ताह भूचाल आ गया। इसका असर अगले सप्ताह भी बने रहने की आशंका है।

श्री ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा की है कि मैक्सिकन और कनाडाई वस्तुओं पर 25 प्रतिशत का प्रस्तावित टैरिफ 04 मार्च से प्रभावी होगा। साथ ही चीनी आयात पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क भी लागू किया जाएगा। यह निर्णय शुल्क में देरी होने की उम्मीद कर रहे निवेशकों की उम्मीदों के विपरीत है। इससे अगले सप्ताह पर बाजार पर दबाव रहने की संभावना है।

साथ ही स्थानीय स्तर पर अगले सप्ताह फरवरी 2025 में वाहनों की हुई बिक्री का आंकड़ा जारी होगा, जिसका बाजार की चाल निर्धारित करने में अहम भूमिका होगा। इस बार के केंद्रीय बजट में ऑटोमोबइल क्षेत्र को समर्थन देने के लिए किए गए उपायों की बदौलत उम्मीद की जा रही है कि वाहनों की बिक्री के आंकड़े मजबूत रहेंगे।

इनके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के रुख पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। इस वर्ष फरवरी के अंतिम दो दिन 27 और 28 फरवरी को एफआईआई ने बाजार से कुल 12195.58 करोड़ रुपये निकाल लिए। हालांकि इस अवधि में घरेलू निवेशकों (डीआईआई) ने बाजार में 14035.74 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की है।

बीते सप्ताह बुधवार को महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर अवकाश रहने से बाजार में चार दिन ही कारोबार हुआ। कमजोर उपभोक्ता मांग और अमेरिका के टैरिफ खतरे से चिंतित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा भारी बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 856.65 अंक का गोता लगाकर 74,454.41 अंक और निफ्टी 247.05 अंक की गिरावट लेकर 22,548.85 अंक पर बंद हुआ।

विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारती एयरटेल, जोमैटो, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस समेत 17 कंपनियों में हुई लिवाली की बदौलत मंगलवार को सेंसेक्स में तेजी लौट आई वहीं बिकवाली के दबाव में निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 147.71 अंक की तेजी लेकर 74,602.12 अंक जबकि निफ्टी 5.80 अंक फिसलकर 22,547.55 अंक पर आ गया।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यूरोपीय संघ से आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने की धमकी के बावजूद एनवीडिया के अपेक्षित परिणामों से विश्व बाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर हुई बिकवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 10.31 अंक की मामूली बढ़त से 74,612.43 अंक और निफ्टी 2.50 अंक फिसलकर 22,545.05 अंक पर सपाट रहा।

वैश्विक व्यापार तनाव बढ़ने से जोखिमपूर्ण परिसंपत्तियों में निवेशकों का भरोसा डगमगाने के कारण मिले नकारात्मक संकेतों से घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को आईटी , टेक तथा ऑटो सहित सभी समूहों में हुयी भारी बिकवाली से सेंसेक्स 1414.33 अंक टूटकर 73198.10 पर और निफ्टी 420.35 अंक लुढ़ककर 22124.70 अंक पर रहा।