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उत्तर प्रदेश की राज्य महिला और मंडल कमेटियां भंग, नए सिरे से होगा पुनर्गठन

लखनऊ, अखिल भारतीय बढ़ई महासभा ने संगठन को अधिक सशक्त, प्रभावी और सक्रिय बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को उत्तर प्रदेश की कई कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग करने का निर्णय लिया है।

महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मैया दिन पांचाल द्वारा जारी आधिकारिक आदेश के अनुसार राष्ट्रीय युवा कमेटी, उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी, उत्तर प्रदेश महिला कमेटी तथा गोरखपुर, अयोध्या मंडलों की मंडल कमेटियाँ (सहित इनसे संबंधित सभी जिला, तहसील, ब्लॉक और महिला कमेटियाँ) और देवीपाटन मंडल कमेटी (जिला ब्लाक तहसील कमेटी छोड़कर) को भंग कर दिया गया है।

महासभा ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय संगठन की मजबूती और विस्तार के लिए लिया गया है। शीघ्र ही इन कमेटियों का पुनर्गठन किया जाएगा, जिसमें सक्रिय, कर्मठ और संगठन के प्रति समर्पित कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। नए स्वरूप में महासभा को और अधिक संगठित एवं प्रभावी बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।

इस निर्णय पर महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने अपनी अपती प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कप्तान राजेंद्र शर्मा ने कहा, “संगठन को नई दिशा देने और इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए यह एक ऐतिहासिक कदम है। इससे नए उत्साही कार्यकर्ताओं को आगे आने का अवसर मिलेगा।”

राष्ट्रीय संगठन मंत्री ओम प्रकाश शर्मा ने इसे ‘संगठन की मजबूती और विस्तार के लिए आवश्यक कदम’ बताते हुए कहा, “इससे महासभा की सक्रियता बढ़ेगी और समाज के लोगों तक संगठन की पहुंच और मजबूत होगी।”

राष्ट्रीय संगठन मंत्री हरिमोहन पंचाल ने कहा, “संगठन को अधिक अनुशासित और प्रभावी बनाने के लिए यह फैसला लिया गया है, जिससे महासभा को नई ऊर्जा मिलेगी।”

राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री आलोक शर्मा ने जोर देते हुए कहा, “संगठन को पुनर्गठित कर नई रणनीति के साथ आगे बढ़ना जरूरी है। इससे महासभा का प्रभाव और अधिक बढ़ेगा।”

संरक्षक ईश्वरदिन शर्मा ने महासभा के इस फैसले की सराहना करते हुए कहा, “यह निर्णय संगठन को राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक सशक्त बनाने में सहायक होगा।”

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विपिन शर्मा ने कहा, “यह समय संगठन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का है। महासभा के इस कदम से समाज को और अधिक मजबूत नेतृत्व मिलेगा।” उपाध्यक्ष गया प्रसाद शर्मा ने कहा, “हम सभी को संगठन के इस फैसले का सम्मान करना चाहिए और मिलकर महासभा को और अधिक प्रभावी बनाना चाहिए।”