
मायावती ने मंगलवार को एक्स पर लिखा “ आईआईटी, आईआईएम व एनआईटी समेत देश के 17 शीर्ष केन्द्रीय शिक्षण संस्थानों में लम्बे समय से स्थाई प्रमुख नहीं होकर तदर्थ व्यवस्था के बीच कैम्पस सेलेक्शन में गिरावट के प्रति संसदीय समिति द्वारा चिन्ता व्यक्त करने की ख़बर सरकार के गवरनेन्स को लेकर अनेकों सवाल खड़ी करती है।”
उन्होने कहा “ वैसे भी सरकारी नौकरियों तथा शिक्षित बेरोजगार व हुनरमन्दों आदि के लिए उपयुक्त रोजी-रोजगार का अभाव तथा अधिकतर कूरियर सर्विस, सेल्समैन, सुरक्षा गार्ड व गैरहुनरमन्दों के अस्थायी जॉब ने लोगों को काफी परेशान व दुखी कर रखा है। रोजगार व गुड गवरनेन्स के प्रति गंभीर उपाय जरूरी।”