भाजपा के षड्यंत्र तथा गुमराह करने की कोशिश को बेनकाब करना जरूरी: मल्लिकार्जुन खरगे


मल्लिकार्जुन खरगे ने शनिवार काे यहां पार्टी के नए मुख्यालय इंदिरा भवन में पार्टी महासचिवों और प्रदेश प्रभारियों की बैठक को संबोधित करते हुए आठ तथा नौ अप्रैल के अहमदाबाद में हुए पार्टी के अधिवेशन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इस सत्र में पारित संदेश को जिला, मंडल, ब्लाक और बूथ तक पहुंचना है और पार्टी ने इस संबंध में सर्कुलर भी जारी किया था। कांग्रेस किस मुद्दे पर कितना गंभीर है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि 15-16 अप्रैल को पार्टी नेता राहुल गांधी ने गुजरात में जिलाध्यक्षों के चुनाव को लेकर बैठक बुलाई और पर्यवेक्षकों से संवाद करके निर्देश दिया कि जिलाध्यक्षों का चय़न कैसे होना है।”
कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के षड्यंत्रों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “आपने गौर किया होगा कि कैसे बड़े षडयंत्र के तहत नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस सांसदीय दल की नेता सोनिया गांथी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का नाम चार्जशीट में डाल दिया गया है। पर किसी का भी नाम डाल दें, हम डरनेवाले नहीं है। इसके दो दिन पहले ही नेशनल हेराल्ड की दिल्ली, लखनऊ और मुंबई की संपत्तियों को अटैच कर दिया गया। इसमें कोई शक नहीं कि यह सब बदले की भावना से किया जा रहा है। ‘यंग इंडियन मुनाफा कमाने वाली कंपनी नहीं है। इसका मतलब यह है कि एजेएल के शेयर और संपत्ति या मुनाफा को ना तो कोई ले सकता है और ना ही ट्रांसफर कर सकता है। भाजपा के लोग झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। हमें जनता को सच बताना होगा।”
उन्होंने कहा, “यह महज संयोग नही हो सकता कि एक तरफ हमारा कांग्रेस का अहमदाबाद अधिवेशन हो रहा हो और उसके तत्काल बाद ईडी की इतनी बड़ी कार्रवाई हो रही हो। मैं यहां आपको याद दिला दूं कि मेरे नेतृत्व में जब रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन हुआ था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां भी उसे फेल करने के लिए हमारे नेताओं के ऊपर ईडी, सीबीआई को लगा कर रेड कराई। उनकी मंशा थी कि सेशन न होने पाए। फिर भी ये हुआ। लोकसभा चुनाव के पहले हमारे खाते बंद किए, फिर भी हमारा संख्या बल जनता ने लोक सभा में दो गुना कर दिया। हमारी लड़ाई कमजोर नहीं पड़ी।”
वक़्फ़ संशोधन विधयेक पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “सरकार के वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने पूरे विपक्ष को एकत्र किया। और बिल का विरोध किया। सभी इंडिया गठबंधन के लोगों ने साथ दिया। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रही है। मुझे खुशी है कि कांग्रेस और विपक्ष के दूसरे दलों ने जिन बिंदुओं को रखा था, सुप्रीम कोर्ट ने उनको महत्व दिया है।”
खास तौर पर सरकार द्वारा ‘वक़्फ़ बाई यूजर’ का मुद्दा, जानबूझ कर वक्फ की संपत्तियों को विवाद में डालने के लिए ही लाया गया है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले की सुनवाई अभी कर रही है, हमें पूरा भरोसा है कि हम इस लड़ाई को भी जीतेंगे।
इस मामले में सरकार और भाजपा के नेताओं ने अफवाह को फैलाने और लोगों को भ्रमित करने में कोई कमी नही छोड़ी थी। हमें लोगों के बीच जाकर उनको अपने पक्ष से अवगत कराना होगा और भाजपा के षडयंत्र को बेनकाब करना होगा।”