शेयर बाजार में तेजी

मुंबई, वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर सर्विसेस, एनर्जी, तेल एवं गैस और टेक जैसे समूहों की कंपनियों में हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार सप्ताहांत पर उतार चढ़ाव के बीच बढ़त बनाने में सफल रहा।
शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 259.75 अंकों की बढ़त के साथ 80501.99 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 12.50 अंक बढ़कर 24346.70 अंक पर रहा। दिग्गज कंपनियों में जहां लिवाली देखी गयी वहीं मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली का दबाव दिखा जिसके कारण बीएसई का मिडकैप 0.41 प्रतिशत टूटकर 42707.87 अंक पर और स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत फिसलकर 47365.54 अंक पर रहा।
बीएसई में शामिल समूहों में से बढ़त में रहने वालों में सर्विसेस 1.67 प्रतिशत, तेल एवं गैस 0.69 प्रतिशत, एनर्जी 0.57 प्रतिशत, टेक फोक्सड 0.49 प्रतिशत और आईटी 0.45 प्रतिशत प्रमुखता से शामिल है। गिरावट में रहने वालों में टेलीकम्युनिकेसंस 2.06 प्रतिशत, सीडी 1.66 प्रतिशत, पावर 0.96 प्रतिशत, रियल्टी 0.56 प्रतिशत और धातु 0.62 प्रतिशत शामिल है।
बीएसई में कुल 4085 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 2183 लाल निशान में जबकि 1761 हरे निशान में दिखी और 141 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
वैश्विक स्तर पर चीन के शंघाई कंपोजिट 0.23 प्रतिशत की गिरावट को छोड़कर लगभग सभी प्रमुख समूहों में तेजी रही जिसमें ब्रिटेन का एफटीएसई 0.76 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 1.75 प्रतिशत, जापान का निक्केई 1.04 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.74 प्रतिशत शामिल है।
बीएसई का सेंसेक्स 58 अंकों की बढ़त के साथ 80300.19 अंक पर खुला। शुरूआती कारोबार में ही यह 81177.93 अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ा लेकिन इसके बाद बिकवाली शुरू हो गयी जिसके दबाव में यह 80168.59 अंक के निचले स्तर तक उतरा। अंत में यह पिछले दिवस के 80242.24 अंकों की तुलना में 0.32 प्रतिशत अर्थात 259.75 अंक बढ़कर 80501.99 अंक पर रहा।
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 19 कंपनियां हरे निशान में रही जबकि 11 कंपनियां लाल निशान में दिखी।
एनएसई का निफ्टी 23 अंकों की गिरावट के साथ 24311.90 अंक पर खुला। सत्र के दौरान यह 24589.15 अंक के उच्चतम और 24238.50 अंक के निचले स्तर के बीच रहा। अंत में यह पिछले दिवस के 24334.20 अंकों की तुलना में 12.50 अंक अर्थात 0.05 प्रतिशत बढ़कर 24346.70 अंक पर रहा।
एनएसई में कुल मिलाकर 2938 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1192 बढ़त में और 1651 गिरावट में रही जबकि 95 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इस दौरान निफ्टी में शामिल 50 कंपनियों में से 32 को नुकसान हुआ जबकि 18 को लाभ हुआ।