लखनऊ, समाजवादी पार्टी के रजत जयंती समारोह की कमान जहां सरकार के बर्खास्त मंत्रियों के हाथों में रही, वहीं समारोह में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सिपहसलारों को बोलने का मौका नहीं दिया गया। वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव ने जानबूझकर सरकार से बर्खास्त मंत्रियों ओमप्रकाश सिहं, नारद राय और शादाब फातिमा को कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी थी।
नारद राय कार्यक्रम का संचालन कर रहे थे। वहीं सबसे पहले शिवपाल यादव के खासमकास दीपक मिश्र ने सभा को संबोधित किया। वहीं शादाब फातिमा ने भी शिवपाल को महिमामंडित करते हुए भाषण दिया लेकिन अखिलेश के समर्थकों जैसे सुनील यादव साजन जैसे कई युवा नेताओं को बोलने का अवसर नहीं दिया गया।
एक दिन पहले सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा भी था कि सपा से बर्खास्त नेेता मंच पर नहीं दिखाई पड़ने चाहिए। युवा नेताओं को नजरंदाज करने से कार्यकर्ताओं में कानाफूसी भी शुरू हो गयी कि अखिलेश के समर्थकों को बोलने नहीं दिया जा रहा है। इसी बीच जावेद आब्दी का धैर्य टूट गया और उन्होंने खुद मंच का माईक थाम कर बोलने लगे। जैसे ही वह अखिलेश यादव के समर्थन में नारे लगाने के बाद बोलने लगे शिवपाल यादव ने उन्हें धक्का देकर मंच से नीचे उतार दिया। वैसे पूरे जनेश्वर मिश्र पार्क में युवा कार्यकर्ताओं का हुजूम ही दिखाई पड़ रहा था। वक्ताओं में सभी नेताओं ने अखिलेश यादव की तारीफ के पुल बांधे।