लखनऊ, शनिवार को हुए रजत जयंती समारोह में माहौल काफी भावुक दिखा। खासतौर पर सपा प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव जिन्होंने अखिलेश को अपना खून तक दे देने की पेशकश कर दी। इसी बीच शिवपाल का गुस्सा भी सामने छलक आया। सभी दिग्गज नेताओं के संबोधन के बाद अचानक मंच पर सपा नेता जावेद आब्दी ने माइक थाम लिया और जनता को संबोधन करने लगे। इस दौरान मंच पर बैठे शिवपाल यादव को एकाएक गुस्सा आ गया और उन्होंने माइक पर बोल रहे जावेद आब्दी को दो से तीन पर धक्का देकर हटा दिया। दरअसल, मंच पर पहले शिवपाल ने मुलायम सिंह यादव से कुछ बातचीत की और फिर माइक पर बोल रहे जावेद को धक्का मारकर बोलने से हटा दिया। हालांकि शिवपाल ने ऐसा क्यों किया, इसकी वजह अभी पता नहीं चल पाई है। बताया जा रहा है कि जावेद वहां पर जबरन बोल रहे थे। चाचा शिवपाल इससे पहले यहां भावुक होते हुए दिखे और उन्होंने अपने और अखिलेश के बीच चल रही लड़ाई का जिक्र सबके सामने किया और कहा कि चाहे जितना अपमान कर लो, मुझे पदों से बर्खास्त कर लो, लेकिन मैंने भी पिछले साढ़े चार सालों में बहुत सहयोग किया है। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्रीजी मेरे विभाग में जितना काम हुआ उतना आपके विभाग में भी नहीं हुआ। मुख्यमंत्री जी आप मेरा अपमान कर लो. और क्या चाहते हो मुझसे? जो भी मंगोंगे, दे देंगे। मैंने भी बहुत संघर्ष किया है। मझसे खून भी मांगोगे तो दे दूंगा। मुझे कभी मुख्यमंत्री नहीं बनना। वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि लोहिया जी ने कहा था कि कुछ लोग सुनेंगे जरुर, लेकिन मेरे मरने के बाद। इस पर मैं कहना चाहता हूं, कुछ लोग सुनेंगे जरूर, लेकिन सपा का सब कुछ बिगड़ने के बाद। सीएम अखिलेश ने शिवपाल की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप तलवार तो दे देते हो लेकिन चलाने का अधिकार नहीं देते। मैं ये नहीं कहूंगा की यहां मौजूद नौजवानों की परीक्षा लो, परीक्षा लेनी है तो मेरी लो। मैं परीक्षा देने के लिए तैयार हूं।