धरातल पर नजर आने चाहिए विकास कार्य : केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को कहा कि विकास कार्य धरातल पर नजर आने चाहिए। गांवों के समग्र व संतुलित विकास से ही विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य पूरा होगा। गांवों व ग्रामीणों को हर हाल में सशक्त, स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनाना है।
उपमुख्यमंत्री आज योजना भवन में ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मनरेगा के तहत खेल मैदान बनाने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभिन्न जिलों के 11 खंड विकास अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देने के साथ ही वाराणसी, अम्बेडकर नगर सहित बिजनौर के सीडीओ को भी सम्मानित किया।
समीक्षा बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का ग्राम्य विकास विभाग कई योजनाओं में देश मे टॉप पर है इसलिए स्वयं सहायता समूहों को सक्रिय करने में मुख्य विकास अधिकारी विशेष फोकस करें।
श्री मौर्य ने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता गरीबों का कल्याण करना है। पीएमजीएसवाई की एफडीआर तकनीक में उत्तर प्रदेश ने लीडरशिप की भूमिका निभाई है। पीएमजीएसवाई की एफडीआर तकनीक से बनाई जा रही सड़कों की नियमित रूप से निगरानी की जाय। गांवो के युवा बेरोजगारों को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना से जोड़ने के साथ ही सीडीओ गांवों के विकास कार्यों की जमीनी हकीकत को परखें। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण ग्राम चौपालो मे सुनिश्चित किया जाय।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने बटन दबाकर राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के डैशबोर्ड का शुभारंभ किया और ग्राम्य विकास विभाग की त्रैमासिक पत्रिका के पांचवें संस्करण का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि मनरेगा में 100 दिन कार्य करने वाले श्रमिको को बीओसीडब्ल्यू बोर्ड में पंजीकृत कराया जाए तथा श्रम विभाग द्वारा उन्हे देय सुविधाओं की जानकारी दी जाए। साथ ही जिन दिव्यांग जनों को प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिए गए हैं,उन्हें मोटराइज्ड ट्राई साइकिल दिलाने की कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में टीएचआर प्लांट लगे हैं,उनका निरीक्षण किया जाए। उनमे सोलर पावर प्लांट की सुविधा दिलाई जाए तथा देय अनुदान का लाभ दिलाया जाय। सरकार ग्रामीण विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। गांवों के सड़कों से कनेक्टिविटी के कार्य में तेजी लायी जाय। गांवों की आन्तरिक गलियां व नालियों के कार्य मनरेगा से कराये जांय। गांवों में जल निकासी के पर्याप्त प्रबंध किये जांय।अमृत सरोवरो के पास वृक्षारोपण कराया जाय।
इस दौरान राज्यमन्त्री ग्राम्य विकास विभाग विजय लक्ष्मी गौतम ने ग्राम्य विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन मे गति लाने के निर्देश दिये।