प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में भारतीय कम्युनिटी को संबोधित किया। कुआलालंपुर के एमआईसीसी में 15 हजार एनआरआई के बीच मोदी ने कहा कि आतंकवाद दुनिया के लिए आज सबसे बड़ा खतरा है। यह हदें नहीं जानता। आतंकवाद धर्म का इस्तेमाल करता है, लेकिन मारता सभी मजहबों के लोगों को है। आतंकवाद को मजहब से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। अब सिर्फ इस बात का फर्क रह गया है कि आप इंसानियत में यकीन रखते हैं या उसके विरोधी हैं। पाकिस्तान की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं कहता हूं कि पूरी दुनिया को साथ आना चाहिए तो इसका यह मतलब है कि कोई भी देश टेररिज्म को बढ़ावा न दे। मोदी ने यह भी कहा कि आतंकवादियों की भर्ती में इंटरनेट के इस्तेमाल पर रोक लगे। मोदी ने कहा कि दुनिया आतंक के साए में मलेशिया में करीब 20 लाख भारतीय रहते हैं।मोदी ने यह भी कहा कि मलेशिया में रहने वाला भारतीय समुदाय महात्मा गांधी के आदर्शों से भी प्रभावित रहा है। गांधी जी की शहादत के कुछ बरसों बाद उनकी स्मृति में मेमोरियल बनाया गया था। मैं उसे बनाने वालों को बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वें ईस्ट एशिया समिट में भी शिरकत की। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आज दुनिया आतंक के साए में है। आतंकवाद को किसी धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए, लेकिन किसी भी देश को अब आतंकवाद को सपोर्ट नहीं करना चाहिए। इस दौरान ईस्ट एशिया के 10 देशों के बीच आसियान इकोनॉमिक कम्युनिटी (एईसी) का गठन हुआ।