लखनऊ में गरबा-डांडिया पंडालों में पहचान पत्र के आधार पर एंट्री देने की मांग

लखनऊ, नवरात्रि में गरबा-डांडिया पंडालों में गैर-हिंदुओं की एंट्री को लेकर विवाद जोर पकड़ रहा है। ऐसे में पंडालों से गैर हिंदुओं को दूर रखने के लिए विश्व हिंदू परिषद (अवध प्रान्त) ने लखनऊ जिला प्रशासन से मांग की है कि नवरात्र पर्व में गरबा एवं डांडिया के कार्यक्रमों मे केवल हिन्दुओं को ही प्रवेश दिया जाय।
शुक्रवार को इस बावत बजरंग दल के जिला संयोजक शुभम सिंह गौर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के पावन पर्व पर लखनऊ नगर एवं आसपास क्षेत्रों में गरबा एवं डांडिया जैसे धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ किया जाता है। यह हमारे धार्मिक आस्था एवं परंपरा का महत्वपूर्ण अंग हैं। किन्तु गत वर्षों में देखा गया है कि ऐसे कार्यक्रमों में अनावश्यक भीड़, लव जिहाद, अश्लील गानों का प्रयोग, रात्रि में देर तक कार्यक्रम चलना तथा बाहरी असामाजिक तत्वों की उपस्थिति जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं। जिससे धार्मिक भावना आहत होती है एवं कानून-व्यवस्था पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि प्रवेश पर पहचान-पत्र की अनिवार्यता कार्यक्रमों में प्रवेश हेतु आधार कार्ड अथवा अन्य सरकारी पहचान-पत्र देखकर ही प्रवेश दिया जाए। दूसरे केवल श्रद्धालुओं को अनुमति यह कार्यक्रम धार्मिक हैं, इसलिए केवल हिंदू समुदाय के श्रद्धालुओं को ही प्रवेश दिया जाए। समय-सीमा का पालन रात्रि 10 बजे के पश्चात कार्यक्रम न चलाए जाएँ ताकि महिला सुरक्षा व ध्वनि प्रदूषण एवं कानून-व्यवस्था पर नियंत्रण बना रहे। वहीं अश्लील एवं भड़काऊ गानों पर रोक केवल धार्मिक एवं सांस्कृतिक गाने ही बजाए जाएँ। ज्ञापन में पुलिस बल की पर्याप्त तैनाती कर शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की गई है।