भाजपा ने किसानों को बर्बाद कर दिया : अखिलेश यादव

लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर किसानों को बर्बाद करने का आरोप लगाया है।
अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि भाजपा के शासनकाली में किसानों को खाद संकट का सामना करना पड़ रहा है। धान की फसल के बाद अब गेहूं और रबी की बुआई के लिए भी किसानों को डीएपी, एनपीके जैसे उर्वरक नहीं मिल रहे हैं। सहकारी समितियों पर किसानों की लंबी कतारें लग रही हैं, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि लखीमपुरखीरी, महोबा, फतेहपुर, बदायूं, अमेठी सहित कई जिलों में किसान रोजाना समितियों के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने कहा, “किसान सुबह से लाइन में लगते हैं, लेकिन शाम तक निराश होकर लौट जाते हैं। भाजपा सरकार के कार्यकाल में खाद संकट खत्म होने के बजाय और बढ़ गया है। खाद की कालाबाजारी और मुनाफाखोरी जोरों पर है, जिसमें भाजपा के लोग ही शामिल हैं।”
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों की कमर तोड़ दी है। फसल लागत बढ़ गई है, लेकिन सरकार सिर्फ ‘किसान सम्मान निधि’ के नाम पर दिखावा कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा किसानों को खेती से दूर करने की साजिश कर रही है ताकि उनकी जमीनें उद्योगपतियों को औने-पौने दामों में बेची जा सकें।
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीन और किसान विरोधी है। धान की खरीद के समय भी किसानों को खाद के लिए लाठियां खानी पड़ी थीं, कई जगह किसान घायल हुए। अब वही स्थिति गेहूं की बुआई के लिए दोहराई जा रही है। उन्होंने कहा, “महोबा में हजारों किसान समितियों पर पहुंचे, पर सिर्फ कुछ लोगों को ही खाद मिली। लखीमपुर में खाद अभी तक नहीं पहुंची। भाजपा झूठे वादे करती है और किसानों की आय दोगुनी करने के बजाय खेती को संकट में डाल दिया है।”
उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियों से किसान मजदूरी करने को मजबूर हो रहे हैं। खेती घाटे का सौदा बन गई है और गांवों में हताशा फैल रही है। उन्होंने कि 2027 में जब भाजपा सत्ता से बाहर होगी, तभी किसानों की समस्याओं का समाधान होगा। तभी उन्हें खाद, बीज और उचित दाम की सुविधा मिलेगी।




