दिल्ली में प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन, पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया

नयी दिल्ली, दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने और वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब स्तर पर पहुंचने के विरोध में रविवार शाम इंडिया गेट के पास सड़कों पर लोगों ने स्वच्छ हवा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जिनमें से कई को हिरासत में लिया गया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विरोध प्रदर्शन करने वाले कई लोगों को हिरासत में लिया गया। वहीं, विरोध प्रदर्शन के चलते आम जनता को इंडिया गेट परिसर से बाहर निकाल कर खाली करा लिया गया। गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दीपावली के बाद से प्रदूषण का स्तर अधिक होने और हवा जहरीली होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, रविवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई, जहां कुल एयर क्वालिटी इंडेक्स 391 रहा। वहीं कई इलाकों में वायु गुणवत्ता खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया था। प्रदर्शन में शामिल लोगों का कहना है कि दिल्ली में पॉल्यूशन गंभीर और खतरनाक लेवल पर पहुंच गया हैं, लेकिन ग्रैप के उपाय लागू नहीं किए गए हैं।
दिल्ली में इंडिया गेट पर प्रदर्शन में शामिल पर्यावरणवविद् भवरीन कंधारी ने कहा, ”हम संबंधित अधिकारियों से मिलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमने मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा था, लेकिन उन्होंने मिलने से मना कर दिया।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली में भारी प्रदूषण से हर आयु वर्ग के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राजधानी में मैराथन का आयोजन किया जा रहा है, स्कूलों में स्पोर्ट्स डे मनाया जा रहा है लेकिन इससे बचाव के लिये सरकार न तो कोई सलाह जारी कर रही है और न कोई उपाय कर रही है।
इंडिया गेट पर जुटे प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इस प्रदूषण से सबसे अधिक बच्चों और बुजुर्गों को नुकसान हो रहा है। वहां मौजूद लोगों में कई लोगों ने कहा कि उनका कोई छिपा एजेंडा नहीं है। वे सब अभिभावक हैं। विरोध प्रदर्शन करने वालों में बहुत से लोग इनहेलर और नेबुलाइजर पकड़े हुए थे, दवा की पर्ची दिखा रहे थे।
इस प्रदर्शन में शामिल लोग स्वयं को पर्यावरण कार्यकर्ता, छात्र और आम नागरिक बता रहे थे। हालांकि इस प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों से जुड़े लोग भी शामिल थे।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए ठोस नीतियां बनाई जाएं।
मौके पर पहुंचे आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आज लोग सड़कों पर इसलिये उतरे हैं क्योंकि सरकार प्रदूषण की रोकथाम करने के बजाय आंकड़ों से खेल रही है। इस अवसर पर इन्होंने लोगों से भी बात कर हालात की जानकारी ली।
लोग जब प्रदूषण के खिलाफ नारे लगाते इंडिया गेट की ओर बढ़ने लगे, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और कई को हिरासत में ले लिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि “सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, नई दिल्ली में केवल जंतर मंतर ही अधिकृत प्रदर्शन स्थल है।”
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी देवेश कुमार महला ने कहा कि इंडिया गेट प्रदर्शन स्थल नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार, जंतर मंतर ही अधिकृत विरोध स्थल है। इसलिए हमने सभी को नियमों का पालन करने की सलाह दी है…”
प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार केवल आंकड़ों और योजनाओं की बात करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही। उनका कहना था कि हर साल दिल्ली की हवा ज़हरीली होती जा रही है और सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगाने के अलावा कुछ नहीं करतीं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “दिल्ली के बच्चों के फेफड़े धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं. अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई, तो हालात भयावह हो जाएंगे।”
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस स्तर का प्रदूषण सांस, हृदय और आंखों से जुड़ी बीमारियों को बढ़ा सकता है। सरकार की ओर से निगरानी और चेतावनी पर्यावरण विभाग ने स्थिति पर नजर रखने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (ग्रैंड) के दूसरे चरण को लागू किया है। निर्माण गतिविधियों पर रोक और डीजल वाहनों की जांच तेज कर दी गई है। वहीं, स्कूलों में आउटडोर गतिविधियों पर भी अस्थायी रोक लगाई गई है।



