मायावती ने बिहार में बसपा कार्यकर्ताओं पर हुई कार्रवाई को बताया दुर्भाग्यपूर्ण, निष्पक्ष जांच की मांग

लखनऊ/नयी दिल्ली, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिस कार्रवाई को गंभीर मुद्दा बताते हुए प्रदेश सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर जारी बयान में कहा कि दिल्ली स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान यह तथ्य सामने आया कि 14 नवंबर को मतगणना वाले दिन विपक्षी दलों और असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर उत्पात कराया गया था।
सुश्री मायावती ने आरोप लगाया कि इस दौरान नव-निर्वाचित बसपा विधायक सतीश यादव की गाड़ी के साथ-साथ प्रशासन की कई गाड़ियों को भी क्षतिग्रस्त किया गया। बसपा अध्यक्ष के अनुसार, हालात को नियंत्रित करने के नाम पर पुलिस ने रात में लाठीचार्ज किया, जिसमें बसपा के कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए।
उन्होंने कहा कि घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने दबाव में आकर बसपा के लगभग 250 कार्यकर्ताओं और करीब 1000 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की, जबकि वास्तविक दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस केवल बसपा कार्यकर्ताओं को परेशान कर रही है, जबकि पहले घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और उसके बाद ही कोई कानूनी कदम उठाया जाना चाहिए।
बसपा अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि उनकी पार्टी की मांग है कि इस पूरे मामले की सही और निष्पक्ष जांच कराई जाए। जब तक जांच पूरी न हो जाए, तब तक किसी भी कार्यकर्ता की गिरफ्तारी या पुलिस कार्रवाई उचित नहीं होगी। उन्होंने दावा किया कि बिना जांच के बसपा कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करना अन्यायपूर्ण है और पार्टी इसे स्वीकार नहीं करेगी।





