उत्तर भारत में नहीं दिख रहा पश्चिमी विक्षोभ का असर, अभी शुष्क बना रहेगा मौसम

लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कड़ाके की सर्दी का आगमन अभी कम से कम एक सप्ताह और टल सकता है। हालांकि, सुबह के समय कोहरा लगातार छाया रहेगा, जिससे दृश्यता प्रभावित हो रही है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के अनुसार, आमतौर पर पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में सर्दी को सक्रिय करते हैं, लेकिन मौजूदा पश्चिमी विक्षोभ इतना प्रभावी नहीं है कि ठंडी हवाओं को अपने साथ ला सके।
उन्होंने कहा, “इस सिस्टम के कारण धूप बिना किसी बड़ी रुकावट के मिल रही है, जिससे दिन के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। कुल मिलाकर मौसम शुष्क रहेगा और खास ठंड नहीं पड़ेगी, लेकिन सुबह के समय कोहरा बना रहेगा।”
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को राजधानी में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो दिसंबर के सामान्य तापमान से अधिक है।
मौसम विभाग ने पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है, हालांकि अभी तक कंपकंपा देने वाली ठंड का असर नजर नहीं आ रहा है। इस बीच, हल्की हवाओं के चलते वायु गुणवत्ता में भी कुछ सुधार देखने को मिला है। सोमवार को लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 163 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। इससे पहले 11 से 14 दिसंबर के बीच लगातार चार दिनों तक एक्यूआई ‘खराब’ श्रेणी में बना हुआ था।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन्हीं हल्की हवाओं ने शहर की हवा से प्रदूषक तत्वों को हटाने में मदद की है।हालांकि, राहत सभी इलाकों में समान नहीं रही। शहर के छह वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से टॉकीटोरा और लालबाग स्टेशनों पर हवा की गुणवत्ता अब भी ‘खराब’ श्रेणी में रही, जहां एक्यूआई क्रमशः 239 और 216 दर्ज किया गया।
मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यदि तेज हवाएं या बारिश नहीं हुई तो वायु गुणवत्ता में यह सुधार अस्थायी साबित हो सकता है। आने वाले पूरे सप्ताह तक मौसम हल्का बना रहने की संभावना है और तापमान में केवल एक-दो डिग्री की गिरावट आ सकती है, जो मध्य दिसंबर के लिहाज से अब भी सामान्य से अधिक रहेगी।





