एचएएल के ध्रुव-एनजी हेलीकॉप्टर ने पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की

बेंगलुरु, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के बेंगलुरु स्थित हेलीकॉप्टर प्रभाग ने अगली पीढ़ी के अपने उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, ध्रुव-एनजी की पहली उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की, जो भारत के नागरिक विमानन क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह उड़ान उन्नत, बहु-भूमिका वाले हेलीकॉप्टरों की श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने की भारत की महत्वाकांक्षा को दर्शाती है।
कर्नल रंजीत चिटाले ने ध्रुव-एनजी की प्रथम उड़ान से पहले नागरिक उड्डयन मंत्री केएन मोहन नायडू को इसकी क्षमताओं से अवगत कराया जिसमें उन्होंने इसके अत्याधुनिक डिजाइन एवं बहुमुखी प्रतिभा के बारे में जानकारी दी। दोहरे चैनल एफएडीईसी वाले दो मजबूत 1एच1सी इंजनों से संचालित यह हेलीकॉप्टर सीएटी ए और और सीएटी बी संचालन में सक्षम है जो मजबूती, विश्वसनीयता एवं प्रदर्शन में उत्कृष्ट है।
ध्रुव-एनजी का कॉकपिट पूरी तरह से कांच का बना हुआ है जो टीएसओ-प्रमाणित और उन्नत वैमानिकी तकनीक से सुसज्जित है जो पायलटों को कोहरे, कम दृश्यता और तेजी से बदलते मौसम में भी सुरक्षित विमान परिचालन में सक्षम बनाता है। इसकी सबसे विशेषता 3डी सिंथेटिक दृश्य प्रणाली है जो पायलटों को आसमान, जमीन और आसपास के भूभाग का संपूर्ण स्थानिक दृश्य प्रदान करता है, यहां तक कि घोर अंधेरे या प्रतिकूल मौसम में भी आसपास के क्षेत्रों का अनुमान लगाना संभव है।
ध्रुव-एनजी 285 किमी/घंटा की अधिकतम गति, 630 किमी रेंज और 6,000 मीटर की सर्विस सीलिंग के साथ, 2,333 किलोग्राम का भार ले जा सकता है, जिसमें 1,500 किलोग्राम तक का कार्गो शामिल है, और तीन घंटे 40 मिनट तक मिशन को लगातार जारी रख सकता है।
इसमें सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है जिसमें जीवन रक्षक जैकेट, आपातकालीन फ्लोटेशन गियर, निकास लाइट, एवं दो दशकों के परिचालन डेटा का उपयोग करके व्यापक रखरखाव सहित उच्चतम मानकों को पूरा गया है।
एचएएल के अधिकारियों ने कहा कि पहली उड़ान ने हेलीकॉप्टर के प्रदर्शन, विश्वसनीयता एवं परिचालन लचीलेपन का प्रदर्शन किया है।प्रवक्ता ने कहा, “ध्रुव-एनजी सैन्य एवं नागरिक दोनों अभियानों के लिए तैयार है। आज की सफल उड़ान यह साबित करती है कि एचएएल की स्वदेशी तकनीक विभिन्न प्रकार के मिशनों के संचालन में सक्षम है।”
क्षेत्रीय संपर्क, आपातकालीन प्रतिक्रिया, स्वास्थ्य सेवाएं और अपतटीय परिचालन के कारण भारत का नागरिक हेलीकॉप्टर बाजार तीव्र गति से बढ़ रहा है। इस क्षेत्र में एचएएल का प्रवेश अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता के लिए भारत के प्रयासों को बल देता है और कंपनी को घरेलू एवं क्षेत्रीय नागरिक उड्डयन में एक प्रमुख संस्थान के रूप में स्थापित करता है।
एचएएल, विमानन निदेशालय और डीजीसीए द्वारा एक संक्षिप्त समयसीमा में प्रमाणन, परीक्षण एवं परिचालन तैनाती की योजना के साथ, ध्रुव-एनजी भारत की तकनीकी, सुरक्षा एवं बहुमुखी प्रतिभा की महत्वाकांक्षाओं का प्रतीक है।





