बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि दूसरे प्रोफेशन की ही तरह एक्टर्स को भी अपने मन की बात कहने की आजादी होनी चाहिए. आमिर के बयान पर सोशल मीडिया पर हुए युद्ध पर बात करते हुए शाहरुख ने कहा कि हमें अलग-अलग मुद्दों पर बात करनी चाहिए और उनका हल निकालने के बारे में सोचना चाहिए. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब ही यही है कि आप अपना मत रखें, दूसरा अपना मत रखे और फिर मिलकर उस विषय पर चर्चा हो. सोशल मीडिया चर्चाओं का मंच होना चाहिए न कि बहस या जजमेंट या फाइनल डिसीजन देने का मंच.
शाहरुख खान ने कहा कि हम और आप जैसे तमाम आम लोग अक्सर इस तरह की बातें करते पाए जाते हैं कि विदेश में सेटल हो जाएं या दूसरे विकसित देश सुविधाओं के मामले में भारत से कहीं बेहतर हैं. ऐसे में हमारे विचारों पर कोई उंगली नहीं उठाता. आम जनता अगर ऐसी बात कहे तो कोई कंट्रोवर्सी नहीं होती. तो आमिर के एक छोटे से बयान पर इतना बवाल क्यों? सिर्फ इसलिए कि वो एक पब्लिक फिगर हैं? इस मामले पर हाल ही में शाहरुख खान ने अपने बयान दिए हैं. उन्हें इस बात से कतई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सा एक्टर क्या कह रहा है या क्या चाहता है.
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