नई दिल्ली, सरकार के कदम का शुरू में समर्थन करने के बाद जदयू ने आज विभिन्न विपक्षी दलों की इस मांग का समर्थन किया कि बुधवार को संसद में सूचीबद्ध कामकाज को स्थगित कर नोटबंदी के कदम पर चर्चा करवाई जानी चाहिए।
जदयू नेता एवं राज्यसभा सांसद शरद यादव ने उच्च सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव देकर कहा है, 500 और 1000 रूपये के नोटों को अमान्य घोषित करने के कदम के कारण देश में हर व्यक्ति मुश्किल से गुजर रहा है। पार्टी अध्यक्ष एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उन चंद विपक्षी नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने इस कदम का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि इससे काला धन पर लगाम कसने में मदद मिलेगी। किन्तु देश भर में जनता विशेषकर गरीब लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी में इस मुद्दे पर पुनर्विचार किया गया। कांग्रेस, वाम और तृणमूल कांग्रेस इस कदम का कड़ा विरोध कर रही हैं। उन्होंने बुधवार से शुरू हो रहे माह भर के शीतकालीन सत्र के पहले दिन में कार्य स्थगित कर इस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग की है।