उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी रामजन्मभूमि का मुद्दा उछाल रही है। यह कहना है बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार का। बाबरी मस्जिद के विध्वंस के 23 साल पूरे होने पर नीतीश कुमार ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह भगवान राम को राजनैतिक अस्त्र के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है। जब यह तय है कि इस मुद्दे का समाधान या तो सर्वोच्च न्यायालय के आदेश या सभी पक्षों की सहमति से हो सकता है तब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा राम मंदिर का राग अलापना राजनीति से प्रेरित है।
नीतीश ने चुटकी लेते हुए व्यंग्य किया कि पहली बार भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी भी अब मंदिर निर्माण की तारीख के बारें में पूछ रहे हैं, इसलिए भारतीय जनता पार्टी को तारीख का ऐलान करना चाहिए। नीतीश ने कहा कि दरअसल बीजेपी लोगों को इस मुद्दे पर भ्रम की स्थिति में रखना चाहती है। नीतीश ने बीजेपी पर यह भी आरोप लगाया कि उन्हें लगता है कि भगवान राम उनके अपने हैं, जबकि सच्चाई है कि उनमें आस्था हिन्दू धर्म के बहुसंख्यक लोगों की है, लेकिन उनका धर्म से कोई लेना देना नहीं है।