नई दिल्ली, देशभर में दो लाख 2,000 स्वचालित टेलर मशीन (एटीएम) में से करीब एक तिहाई एटीएम को 500 रुपए और 2,000 रुपए के नए नोट निकालने के लिए तैयार कर दिया गया है। उम्मीद है कि इससे बैंकों पर पड़ने वाला दबाव काफी कम हो जाएगा। रोजाना करीब 10,200 एटीएम में इस तरह का सुधार किया जा रहा है कि वे 500 और 2000 रुपए के नए नोटों को निकाल सकें। यानी पूरी प्रक्रिया अगले 10 से 12 दिनों में खत्म जाएगी और नवंबर का वेतन जब तक लोगों के खातों में पहुंचेगा, तब बैंकों पर धन की निकासी के लिए अधिक दबाव नहीं होगा। सरकार अगले सप्ताह 2,000 रुपए की मुद्रा विनिमय सीमा की समीक्षा कर सकती है, जो इस बात पर निर्भर करेगा कि करीब 80 फीसद एटीएम को नए नोटों के हिसाब से व्यवस्थित कर दिया गया है या नहीं।
सरकार बैंकों पर दबाव बना रही है कि वे मशीनों के लिए समायोजन का काम तेजी से पूरा करें। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 2,000 इंजीनियर इस काम में लगे हैं। अगले दो सप्ताह में शेष एटीएम को भी समायोजित कर दिया जाएगा। 500 और 2,000 रुपए के नए नोट पुराने नोटों की तुलना में नए नोट छोटे आकार के हैं और इसलिए प्रत्येक मशीन को उनकी निकासी के लिए री-प्रोग्राम किया जाना है। गौरतलब है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पुराने नोटों को बंद करने की घोषणा की थी, उसके बाद एटीएम से सिर्फ 100 रुपए के नोट ही निकल रहे थे। नतीजतन उनमें नकदी जल्द ही खत्म हो जाती थी और एटीएम के बाहर लंबी कतारें लग रही थीं।