संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने भारत के साथ लगती नेपाल की दक्षिणी सीमा में आयात पर जारी बड़ी बाधाओं के कारण नेपाल में खाद्य एवं ईंधन की गंभीर कमी होने के संबंध में चेताया है और कहा है कि यदि बुनियादी खाद्य सामग्रियों के दाम इसी प्रकार बढ़ते रहे तो नेपाल को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। भारत से आयात में बाधाओं और सीमा पर नाकेबंदी के कारण हो गई है और आवश्यक सामग्रियों की कीमतें बढ़ गई हैं। संयुक्त राष्ट्र की खाद्य संबंधी एजेंसी ने सभी पक्षों से सीमा पार खाद्य सामग्रियों के मुक्त प्रवाह की अनुमति दिए जाने की अपील की हैं।
एशिया-प्रशांत के लिए डब्ल्यूएफपी क्षेत्रीय निदेशक डेविड काटरड ने एक बयान में कहा कि यदि व्यापार बाधित रहा और खाद्य सामग्रियों की कीमत बढ़ती रही तो एक गंभीर मानवीय संकट को टालना मुश्किल होगा।’ डब्ल्यूएफपी के अनुसार नेपाल के नए संविधान के विरोध में सितंबर में शुरू हुई सीमा पर नाकेबंदी ने पहले ही व्यापार धीमा कर दिया है, जिससे पिछले तीन महीनों से खाद्य सामग्री और ईंधन की कमी पैदा हो गई है।
काटरड ने कहा कि खाद्य सामग्रियों की कीमत इतनी बढ़ गई है कि लोगों के लिए उन्हें खरीदना मुश्किल हो गया है। ऐसे में लोग अपने परिवारों को भोजन मुहैया कराने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हालिया भूकंप के तत्काल बाद यह संकट लोगों की इससे निपटने की क्षमता की कड़ी परीक्षा ले सकता है और इससे कुपोषण बढ़ सकता है।’