राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान आज विपक्षी सदस्यों ने पंजाब में दलितों की हत्या के मुद्दे पर जबरदस्त शोर-शराबा किया। पांच बार स्थगन के बाद जैसे सदन की कार्यवाही तीन बजे शुरू हुई, कांग्रेस और बहुजन पार्टी के सदस्य पंजाब सरकार को निलंबित करने की मांग को लेकर सदन के बीचोबीच पहुंच गए। इसके बाद कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सरकारी पक्ष चर्चा कराने और अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति अत्याचार निरोधक संशोधन विधेयक 2015 पारित कराने का इच्छुक था। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कांग्रेस भी इसकी इच्छुक है, लेकिन शोर-शराबे के बीच ऐसा नहीं हो सकता। उन्होंने सदस्यों को आश्वासन दिया कि विधेयक इसी सत्र में पारित होगा।आज पांचवा दिन था, जब सदन कोई विधायी काम नहीं किया जा सका। पिछले सप्ताह सदन में नेशनल हेराल्ड का मुद्दा छाया रहा। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी कांग्रेस ने जबरदस्त विरोध प्रकट किया और आज पंजाब में दलितों पर हुए अत्याचारों पर सदन की कार्यवाही अवरूद्ध रही।