नई दिल्ली, द वाल के नाम से मशहूर दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने भले ही अपने क्रिकेट कैरियर में शानदार शतक ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ लगाए हो। लेकिन इस स्टार बल्लेबाज ने स्वीकार किया कि उन्हे जिस महानतम तेज गेंदबाज का सामना करने में सबसे ज्यादा कठिनाई महसूस हुई वह ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा थे। अपने बेजोड़ डिफेंस के लिए पहचाने जाने वाले द्रविड़ ने एक निजी कार्यक्रम के दौरान कहा कि ऑस्ट्रेलिया मेरी पीढ़ी की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट टीम थी। लेकिन महानतम तेज गेंदबाज जिसके खिलाफ मैं खेला, वह ग्लेन मैकग्रा हैं. बीती रात लिंक लेक्चर सीरीज के लांच के दौरान लिंक समूह के प्रबंध निदेशक जान मैकमुर्टी के साथ बातचीत के दौरान द्रविड़ ने यह खुलासा किया।
कभी टीम इंडिया की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले राहुल ने अपने टेस्ट कैरियर के दौरान 164 मैचों में 13288 रन बनाए थे। द्रविड़ ने कहा कि मैकग्रा बेहतरीन गेंदबाज थे, ऑफ स्टंप को लेकर मेरी समझ को किसी ने उतनी चुनौती नहीं दी जितनी मैकग्रा ने दी। वह मुझे कोई मौका नहीं देते थे। उनकी सटीकता का कोई जवाब नहीं था। इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि मैकग्रा के पास अच्छी गति और उछाल ही नहीं बल्कि खेल को लेकर अच्छी समझ भी थी। मैकग्रा संभवतः महानतम तेज गेंदबाज थे जिनके खिलाफ मैं खेला। मैकग्रा खेल के महानतम क्रिकेटरों में शामिल रहे जिन्होंने 124 टेस्ट में 563 विकेट जबकि 250 वनडे में 381 विकेट चटकाए।