बनासकांठा (गुजरात), प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के डीसा में एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि नोटबंदी से मैने छोटों की ताकत बढ़ा दी है। उन्होने सभी से ई-वॉलेट का इस्तेमाल करने, मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब बैंकों की लाइन में नहीं लगा जाए, बल्कि बैंक आपके मोबाइल की लाइन में खड़ा होगा। अब बटन दबाते ही आपकी पेमेंट हो जाती है। अब चैक और कैश के दिन लद गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में इस बात की चर्चा चल रही है कि नोटों का क्या होगा। आप बताएं कि 8 नवंबर से पहले 100 के नोट की कोई कीमत थी क्या.100, 50 और 20 के नोट को कोई पूछता भी नहीं था, या यूं कहें ‘छोटों’ को कोई पूछता नहीं था। सब 1000 और 500 की बात करते थे। 8 नवंबर के बाद गरीबों की पूछ बढ़ी। मैंने गरीब की ताकत बढ़ाने के लिए ये काम किया। देश बड़े नोटों के नीचे दबने लगा था। नोटबंदी से छोटे नोटों की ताकत ही नहीं, गरीबों की ताकत भी बढ़ी है।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सदन को शोर-शराबा कर चलने नहीं दे रहे हैं। इससे खफा होकर राष्ट्रपति ने भी सभी सांसदों को इसके लिए चेताया था। उन्होंने सदन में हो रहे शोर-शराबे पर कड़ी नाराजगी जताई थी। उन्होंने एक बार नोटबंदी के चलते लोगों को 50 दिनों तक दिक्कत झेलने की अपील की।
उन्होंने कहा कि यह लड़ाई भ्रष्टाचार से लड़ने की है। यह देश को बदलने और कालेधन वालों को जेल की सलाखों के पीछे डालने की है, जिसमें हम जरूर कामयाब होंगे। पीएम ने कहा कि कैश के पहाड़ों ने देश के अर्थ तंत्र को बर्बाद कर दिया है, अब इससे बचना होगा और इससे निकलना होगा। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार से लड़ने का निर्णायक कदम है। इस घोषणा के बाद कालेधन वालों पर शिकंजा कसा है। भ्रष्टाचारियों को नहीं पता था कि मोदी ने सभी पिछले दरवाजों पर कैमरे नहीं हैं। उन्होंने एक बार फिर से साफ कर दिया कि आठ नवंबर के बाद से जिन्होंने बेतहाशा धन खातों में जमा कराया है वह बचने वाले नहीं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आप लोगों का इंतजार रंग जरूर लाएगा।