भुवनेश्वर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नोटबंदी योजना को कालाधन पर सीधा हमला बताया और कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिये इस प्रकार के और कदम उठाये जा सकते हैं।आम बजट मे काले धन पर चोट पड़ सकती है।
गुरुवार को यहां एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिये आये पनगढ़िया ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा, अगर आप यह पूछ रहे हैं कि नोटबंदी भ्रष्टाचार रोकने के लिये आखिरी कदम है तो मैं कहूंगा नहीं। मुझे लगता है कि और कदम उठाये जाएंगे। जहां तक मौजूदा कालाधन के खिलाफ कार्रवाई और नीतिगत व्यवस्था तथा भूमिकाओं में इस तरह बदलाव करना कि भविष्य में कालेधन का संचय हतोत्साहित हो, मुझे लगता है कि दोनों करने की जरूरत है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें कार्रवाई के बारे में अटकल नहीं लगानी चाहिए। प्रधानमंत्री को इस बारे में अपने सलाहकारों के साथ विचार-विमर्श कर निर्णय करना है। उन्होंने कहा, हम देखेंगे और इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बारे में चर्चा जारी है और उम्मीद है कि बजट में कुछ चीजें देखने को मिल सकती हैं। पनगढ़िया ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री कारपोरेट आय कर को दुरूस्त करने की प्रतिबद्धता जता चुके हैं और उम्मीद है कि इस मामले में कुछ प्रगति होगी। नोटबंदी के मद्देनजर बदलते परिदृश्य के बारे में उन्होंने कहा, वित्त वर्ष 2016-17 में इसका कुछ प्रभाव होगा। हमारे पास केवल पांच महीने बचे हैं। पनगढ़िया ने कहा, नोटबंदी से पहले, हमने अच्छा किया और जीडीपी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत थी। फिलहाल हमारे पास सूचना नहीं है लेकिन मैं आपको कह सकता हूं कि 13 विश्लेषकों और पर्यवेक्षकों में से 11 ने कहा कि प्रभाव एक प्रतिशत से कम होगा जबकि दो ने बड़े प्रभाव का अनुमान जताया।