नई दिल्ली, नोटबंदी की घोषणा के 50 दिन पूरा होने के बीच राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से पांच सवाल पूछे जिसमें यह सवाल भी किया गया है कि आठ नवंबर को बड़े नोटों को अमान्य करने की घोषणा करने के बाद कितना कालाधन जब्त किया गया है और इस निर्णय के कारण कितनी नौकरियां खत्म हुई हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्विट करके प्रधानमंत्री से पूछा कि उन्होंने यह फैसला करने से पहले किन लोगों से विचार विमर्श किया और आश्चर्य व्यक्त किया कि विशेषज्ञों, अर्थशास्त्रियों और आरबीआई से क्यों विचार विमर्श नहीं किया गया। राहुल गांधी का यह सवाल ऐसे समय में सामने आया है जब शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यह जानना चाहा कि आठ नवंबर की नोटबंदी की घोषणा से पहले छह महीने में कितने लोगों ने खातों में 25 लाख रूपये से अधिक जमा किये। राहुल गांधी ने कहा, नोटबंदी की घोषणा के 50 दिन पूरे हो गए हैं, देश इन पांच सवालों पर आपके जवाब का इंतजार कर रहा है, मोदीजी। 8 नवंबर 2016 के बाद कितना कालाधन जब्त किया गया? इस निर्णय के कारण देश को कितना आर्थिक नुकसान हुआ और कितनी नौकरियां खत्म हुई। उन्होंने सवाल किया कि नोटबंदी के कारण कितने लोगों की मौत हुई? क्या इन लोगों को मुआवजा मिला? कांग्रेस उपाध्यक्ष ने माइक्रो ब्लागिंग साइट पर सवाल किया, नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री ने किन किन लोगों के साथ विचार विमर्श किया? 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के निर्णय से पहले छह महीने में किन किन लोगों ने बैंक खातों में 25 लाख रूपये से अधिक राशि जमा की? नोटबंदी का मुखर विरोध करने वाले राहुल गांधी पहले ही इस निर्णय को दुनिया के इतिहास में अचानक किये जाने वाला सबसे बड़ आर्थिक प्रयोग बता चुके हैं।