नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने एक बार फिर साफ किया है कि कोयले की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के अपने लक्ष्य से वह पीछे नहीं हटी है। केंद्रीय कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने यहां सीआइआइ के सम्मेलन में कहा कि 2022 तक सालाना डेढ़ अरब टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य पर सरकार अडिग है और इसमें किसी प्रकार का संशोधन नहीं किया जाएगा। दरअसल, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने हाल में अपनी मसौदा रिपोर्ट में विद्युत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव की ओर इशारा करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय विद्युत योजना, 2017-2022 के अंतर्गत भारत को अपनी मौजूदा कोयला आधारित बिजली उत्पादन क्षमता में किसी अतिरिक्त वृद्धि करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आने वाले समय में देश की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में भारी वृद्धि हो सकती है। इसके बाद से अनुमान था कि सरकार कोयला उत्पादन के सालाना एक अरब टन के लक्ष्य से पीछे हट गई है। इसी को लेकर पूछे गए सवाल पर कोयला मंत्री ने जोर देकर कहा कि हम उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। गोयल ने कहा कि, देश में अभी करीब 70 हजार मेगावाट के थर्मल प्लांट और लगाए जा रहे हैं और इससे जुड़ी परियोजनाओं का काम विभिन्न चरणों में है।