नई दिल्ली, संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण नौ मार्च से शुरू होने और 13 अप्रैल तक चलने की संभावना है। विधानसभा चुनावों के आखिरी चरण का मतदान आठ मार्च को है। इस हफ्ते की शुरूआत में गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली संसदीय मामलों पर कैबिनेट कमेटी (सीसीपीए) ने बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू करने की सिफारिश की थी, जिसके अगले दिन एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा। साथ ही, 31 जनवरी को ही राष्ट्रपति का अभिभाषण होने और आर्थिक सर्वेक्षण को संसद के पटल पर रखे जाने की संभावना है।
बजट सत्र का पहला चरण नौ फरवरी तक चलेगा। एक सूत्र ने बताया कि बजट सत्र का दूसरा चरण नौ मार्च से शुरू होने और 13 अप्रैल को खत्म होने की संभावना है। इस बीच के खाली समय में सांसदों को विभाग संबंधित स्थायी समितियों में बजट की छानबीन करने का समय मिलेगा। बजट जल्द पेश किए जाने का यह मतलब है कि इस पर मतदान की समूची प्रक्रिया और वित्त विधेयक की प्रक्रिया 31 मार्च तक पूरी करने की कोशिश होगी। पिछले हफ्ते नीति आयोग की एक बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि बजट प्रस्तुति की तारीख को पहले करने से विभिन्न क्षेत्रों के लिए कोष को वित्तीय वर्ष की शुरूआत में ही मंजूरी दिलाने में मदद मिलेगी। पहले की परंपरा के मुताबिक बजट प्रक्रिया मई के शुरूआत तक जाकर ही पूरी होती थी। पिछले साल सितंबर में करीब सदी भर पुरानी परंपरा को खत्म करते हुए कैबिनेट ने अलग रेलवे बजट को खत्म करने और इसे आम बजट में मिलाने का फैसला किया था। इस बीच, बजट सत्र की तारीख पहले करने पर ऐतराज जताते हुए विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग का रूख किया और यह मांग की कि सरकार को इसे आठ मार्च तक टालने को कहा जाए, जो पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में मतदान की आखिरी तारीख है।