नई दिल्ली, हैदराबाद के एक लोकल एनजीओ ने खुलासा किया है कि शहर में मानव तस्करी के मामले तेजी से बढ़ रहे है, जो कि खतरे की घंटी है। माई च्वाइस नाम के इस फाउंडेशन ने अपनी पड़ताल में बताया है कि लड़कियों को जिस्मफरोशी के धंधे में ढकेला जा रहा है, इसके अलावा अवैध व्यापार और घरेलू श्रम में ही उन्हें जबदस्ती शामिल किया जा रहा है।
मानव तस्करी के लिए हैदराबाद ट्रांजिट प्लेस है। यहां तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के छोटे-छोटे कस्बे और गांव से लड़के-लड़कियां की तस्करी की जाती है। इस एनजीओ की रिसर्च टीम ने तेलुगू के दो राज्यों में अपने ऑपरेशन को अंजाम देने के बाद ये पाया है। मानव तस्करी के बढ़ते मामले की वजह राजमार्गो की अच्छी कनेक्टिविटी, सड़कें, ट्रेनों और परिवहन के बेहतर साधन हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया,देश के कोने-कोने से तस्करी के जरिए लड़कियां हैदराबाद में लाई जा रही हैं। इसके अलावा रचकोंडा कमिश्नरेट के कमिश्नर का कहना है कि, पिछले साल हैदराबाद में मानव तस्करी के कई मामले सामने आए है। लड़कियों को दूसरे शहर से लाकर उन्हें कुछ दिनों तक रखा जाता है और फिर उनकी तस्करी दिल्ली, मुंबई, पुणे, गोवा और चेन्नई में की जाती है। देश से बाहर जैसे सिंगापुर और गल्फ कंट्री में भी मानव तस्करी तेजी से की जा रही है।