नई दिल्ली, देना बैंक ने आने वाले बजट में डिजिटल लेन-देन करने वाले ग्राहकों और व्यापारियों के लिए टैक्स में छूट की हिमायत की है। देना बैंक अगले हफ्ते मोबाइल वॉलेट लांच करने वाली है।
देना बैंक के चेयरमैन अश्विनी कुमार ने कहा, हम वैसे ग्राहकों और व्यापारियों के लिए टैक्स में छूट चाहते हैं जो डिजिटल लेन-देन करते हैं। यह छूट इनकम टैक्स और सर्विस टैक्स में छूट के रूप में मिलना चाहिए। उन्होंने बैंकों को एनपीए संबंधी नियमों में भी टैक्स में राहत देने की वकालत की। ब्याज दरों में हो सकती है और कटौती: नोटबंदी के बाद जब डिजिटल ट्रांजैक्शन का दौर चल रहा है, उस वक्त बैंक द्वारा मोबाइल वॉलेट को लेकर आगे की योजना के बारे में उन्होंने कहा, हमारा मोबाइल वॉलेट सप्ताह भर के भीतर शुरू हो जाएगा। हमारा जियो से समझौता हुआ है। उन्होंने कहा कि हम पहले ही कर्ज की दरों में 0.75 फीसदी की कटौती कर चुके है। हम अन्य कारणों को ध्यान में रखते हुए कर्ज की दरों में और कटौती कर सकते हैं। डिजिटल पेमेंट में बढ़ोतरी: नोटबंदी के बाद सरकार ने कैश ट्रांजैक्शन को कम करने और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने का काफी प्रयास किया है। सरकार ने डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वालों लोगों के लिए लाटरी निकालना शुरू किया है। हालांकि नोटबंदी के बाद मोबाइल वॉलेट, यूएसएसडी और रुपे जैसे डिजिटल पेमेंट के चैनलों में काफी बढ़ौत्तरी दर्ज की गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यूएसएसडी देन-देन में इस दौरान 5,135 फीसदी की बढ़ौत्तरी हुई। 8 नवंबर को यूएसएसडी के जरिए 97 डील हुई थी जो 25 दिसंबर को बढ़कर 5,078 हो गई थी।