कानपुर, जिले की कैंट विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी बाहुबली अतीक अहमद चकिया का टिकट मुख्यमंत्री ने काट दिया है। टिकट काटे जाने के बाद उनके कानपुर में पहली बार प्रचार के लिए आने पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात पर भी उन्होंने खुद ही विराम लगाते हुए चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया है। मीडिया से बातचीत में साफ तौर पर कहा, मैं सपा का सिपाही हूं। पार्टी को जो निर्णय होगा, मुझे वह मंजूर है। बताते चलें कि शिवपाल यादव ने सपा से इलाहाबाद के बाहुबली नेता अतीक अहमद को कानपुर की कैंट सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सीएम ने उनका नाम अपनी लिस्ट से हटा दिया था। कई दिनों तक सपा के अंदर सिंबल को लेकर चुनाव आयोग के यहां दाव-पेंच के बाद निर्णय आने पर समीकरण बदल गए। बदले समीकरण व हालत के बाद बाहुबली लखनऊ मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे और टिकट बरकारार रखने की गुजारिश की, लेकिन उनकी व नेताजी की सिफारिश को जारी लिस्ट में नकार दिया गया। मुख्यमंत्री के रूख को भांपते हुए बाहुबली ने टिकट कटने पर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने से दूरी बना ली। बदले स्वर में अब उन्होंने पार्टी का कार्यकर्ता के रूप में कार्य करने की बात कही है। अखिलेश कहेंगे तो करेंगे प्रचार अतीक ने कहा कि अगर यूपी के सीएम अखिलेश यादव सपा के लिए प्रचार करने के लिए कहेंगे तो वह जरूर करेंगे। हमारा मकसद यूपी से भाजपा को रोकना है। इसके लिए जो भी होगा वह हम करने को तैयार हैं। कैंट की जनता को हमसे काफी उम्मीदें हैं और उनके सपनों को हम विधायक बनकर पूरा करेंगे। अतीक अहमद ने दुख जाहिर कंरते हुए कहा कि सपा में अब जमीन से जुड़े नेताओं का नहीं, बल्कि चाटुकारों का बोलबाला है। इसी के चलते अखिलेश यादव ने हमें टिकट नहीं दिया।