अमेरिका मे नही हो पायेगी, ये 7 मुस्लिम देशों की एंट्री
January 29, 2017
वाशिंगटन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को सीरिया समेत अन्य 6 अन्य मुस्लिम बाहुल देशों के शरणार्थियों की अमेरिका में प्रवेश करने पर चार महीने की अस्थाई रोक लगा दी है। ट्रंप का कहना है कि आतंकी हमलों से अमेरिकी नागरिकों की रक्षा करने के लिए यह जरूरी कदम उठाया गया है। व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि सीरिया सहित जिन 6 अन्य देशों की अमेरिका में एंट्री बैन की गयी है उनमें ईरान, ईराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं।
इससे पहले पेंटागन में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं संयुक्त राज्य अमेरिका को कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादियों से दूर रखने के लिए नए उपायों को पुर्नस्थापित कर रहा हूं। मैं नहीं चाहता कि वो यहां आएं। हम अपने देश में केवल उनको स्वीकार करेंगे जो हमारे देश का समर्थन करते हैं और यहां के लोगों से प्यार करते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप के इस आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद, नए जांच नियम लागू होने तक अमेरिका में कम से कम 120 दिनों तक शरणार्थियों का आगमन और पुनर्वास निलंबित हो जाएगा। नए नियम में इस बात की पुख्ता व्यवस्था करने की कोशिश की जाएगी कि जिसे शरणार्थी का दर्जा प्राप्त है वे अमेरिका की सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा ना करें।
मानवाधिकार समूहों ने ट्रंप के इस भेदभावपूर्ण कदमों की निंदा करते हुए कहा है कि वे खतरनाक जगहों पर रह रहे शरणार्थियों का समर्थन करते हैं। मानवाधिकार संगठनों का मानना है कि ट्रंप के इस कदम से अमेरिका की एक देश के रूप में आप्रवासियों की स्वागत करने की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। इस ऑर्डर की विस्तृत जानकारी शुक्रवार तक उपलब्ध नहीं हो सकी थी।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुसलमानों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की बात से इनकार करते हुए कहा, नहीं, यह प्रतिबंध मुसलमानों के खिलाफ नहीं है बल्कि उन देशों के खिलाफ है जहां ज्यादा आतंक है। उन्होंने कहा, इस समय, प्रवेश करना बहुत आसान है। यह बेहद मुश्किल होने जा रहा है। मैं इस देश में आतंक नहीं चाहता। आप देखे जो सान बरनार्डिनो में हुआ। आप देखे जो चारों तरफ हुआ। आप देखे वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर में जो हुआ। ठीक है? मेरा मतलब है कि उसे उदाहरण के तौर पर देखें। यह पूछे जाने पर कि क्या इससे दुनिया भर के मुसलमान गुस्सा होंगे, ट्रंप ने कहा, गुस्सा? इस समय काफी गुस्सा है। इससे ज्यादा और क्या गुस्सा होगा ?