नई दिल्ली, अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था के बढ़ चढ़कर दावे करने वाली बीजेपी, दिल्ली जैसे छोटे से राज्य मे ही अपने दावों पर पूरी तरह फेल नजर आरही है। दिल्ली राज्य मे सरकार तो आम आदमी पार्टी की है लेकिन पुलिस पर नियंत्रण केन्द्र मे सत्तारूढ़ बीजेपी के हाथ मे है। इसलिये दिल्ली की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण की पूरी जिम्मेदारी बीजेपी की सरकार की है। लेकिन हालात यह है कि दिल्ली मे आम आदमी तो दूर खास आदमी भी सुरक्षित नही है।
दिल्ली मे, कालकाजी इलाके में रह रहे नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के घर चोरी का मामला सामने आया है। चोर दूसरे सामानों के साथ- साथ नोबेल पुरस्कार की रेप्लिका भी ले गए। नोबेल पुरस्कार मिलने के बाद कैलाश ने ओरिजनल पुरस्कार राष्ट्रपति भवन में जमा कर दिया था. उनका कहना था कि वह इसे देश के नाम समर्पित कर रहे हैं। जबकि अवार्ड में मिली रेप्लिका वह अपने घर ले आए थे।
नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी से जुड़े राकेश सेंगर ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे जब वह किसी काम से कैलाश के घर पहुंचे तो देखा कि घर का ताला टूटा हुआ था। राकेश ने जब घर के अंदर जाकर देखा तो पाया कि घर में सामान बिखरा पड़ा है और घर से महंगा सामान गायब है। सबसे बड़ी बात यह है कि कैलाश को मिले नोबेल पुरस्कार का रेप्लिका भी गायब है।
कैलाश फिलहाल एक कार्यकम में हिस्सा लेने के लिए लैटिन अमेरिका के बोगोटा शहर गए हैं। पुलिस को जानकारी दे दी गई है. पुलिस ने फोरेंसिक एक्सपर्ट के साथ मामले की जांच शुरू कर दी है। इस घटना से बीजेपी की यूपी जैसे बड़े राज्य मे सरकार बनाकर , अपराध नियंत्रण का दावा खोखला नजर आता है। जब बीजेपी दिल्ली जैसे स्छोटे राज्य को नही संभाल पा रही है तो वह यूपी मे तो पूरी तरह फेल हो जायेगी।