लखनऊ, समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस गठबंधन को लेकर सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर निशाना साधने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था, जिसमें वह बाल-बाल बच गए थे.
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि मोदी तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. मोदी ने कन्नौज की अपनी रैली में कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश ने अपने पिता मुलायम सिंह यादव पर हमला करवाने वाली कांग्रेस के साथ गद्दी के मोह में गठबंधन किया है. उनका यह आरोप तर्कसंगत नहीं है. हकीकत यह है कि 1987 में जब मुलायम सिंह यादव प्रदेश में क्रांति रथ निकाल रहे थे, उस समय बांदा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया था, जिसमें नेताजी मुलायम सिंह यादव बाल-बाल बच गए थे.
सपा प्रवक्ता ने कहा कि 1984 में मुलायम के वाहन पर जो हमला हुआ था, उसमें कांग्रेस नेता बलराम सिंह यादव का नाम जरूर आया था, लेकिन वह हमला केवल निजी रंजिश का परिणाम था. मोदी इसे कांग्रेस के साथ जोड़कर दुष्प्रचार कर रहे हैं. जबकि बलराम यादव बाद में सपा में शामिल हो गए थे. अब इस तथ्य के बारे में मोदी क्या कहना चाहेंगे. सच्चाई यह है कि मोदी को यह मालूम हो चुका है कि प्रदेश में सपा और कांग्रेस का गठबंधन सत्ता में आने वाला है, इसीलिये वह अब इस गठबंधन के खिलाफ दुष्प्रचार में जुट गए हैं.
मोदी ने कन्नौज में अपनी जनसभा में कहा था कि मुलायम 1984 में जब विधान परिषद में विपक्ष के नेता थे, तब उनके द्वारा कड़े विरोध से तंग आकर कांग्रेस ने 4 मार्च 1984 को मुलायम पर गोलियां चलवाई थीं मगर वह बच गए थे. मैं अखिलेश से कहना चाहता हूं कि क्या कोई ऐसा भी बेटा होता है जो कुर्सी के मोह में अपने बाप पर हमला कराने वाले लोगों की गोद में बैठकर राजनीति करे.