लखनऊ, कांग्रेस से गठबन्धन की खिलाफत करने वाले समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने कहा है कि अगर नेताजी मुलायम सिंह यादव कहेंगे तो वह सिर्फ सपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार को तैयार हैं।वह कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर में हुए विवाद को भी साजिश का हिस्सा बताया है और इसके लिए भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाये।
शिवपाल ने बुधवार को इस बारे में लखनऊ में पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव से भी मुलाकात की। वह काफी समय से ही जसंवतनगर विधानसभा में ही डटे हुए थे और अब चुनाव हो जाने के बाद यहां पहुंचे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि कुछ बड़े लोगों के इशारे पर जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने शान्तिपूर्ण पोलिंग में लाठी चार्ज करवाया। उन्होंने कहा कि जसवन्तनगर में मतदान के दौरान भाजपा प्रत्याशी के कुछ लोगों ने गैरकानूनी तरीकों से मुझे हराने की कोशिश की। पथराव किया गया, जिन लोगों ने उन पर हमले करवाए हैं उन्हें ताकत कहां से मिली इसका खुलासा चुनाव के बाद हो जाएगा। उन्होंने एक बार फिर अपने चुनाव जीतने का दावा किया और कहा कि हर साजिश का जवाब मिलेगा। शिवपाल ने नई पार्टी बनाने के सवाल पर कहा है कि उन्होंने सपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा है और वह पार्टी में ही है।
अगर 11 मार्च के बाद अपमान और उपेक्षा नहीं हुई तो फिर साथ में ही रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि नेताजी का सम्मान हमेशा रहे। मैं नेताजी के साथ हूं। उनका जो आदेश होगा वह ठीक है। शिवपाल यादव का अपने भतीजे और सपा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से विवाद जगजाहिर है। अखिलेश यादव ने जहां शिवपाल को कैबिनेट से बाहर कर दिया था। वहीं बाद में शिवपाल ने बतौर प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबियों के टिकट काट दिए थे। इसके बाद तख्तापलट की लड़ाई के दौरान उन्होंने मुलायम के जरिए अखिलेश को पार्टी से बाहर करवा दिया। हालांकि अखिलेश पार्टी पर कब्जा करने में कामयाब रहे। इसके बाद से शिवपाल पूरी तरह से हाशिये पर चले गए हैं। यहां तक की उन्हें पार्टी के स्टार प्रचारकों में भी शामिल नहीं किया गया और वह अपनी विधानसभा जसवन्तनगर में ही सीमित रहे।