चेन्नई, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत पर जारी सस्पेंस पर विराम लगाते हुए कहा कि मौत में कोई रहस्य नहीं है। उन्होंने कहा कि जयललिता की मौत को लोग मुद्दा बना रहे हैं। विधानसभा में बहुमत साबित करने के दौरान डीएमके विधायकों ने जिस तरह स्पीकर के साथ दुव्र्यवहार किया उस बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए पलानीस्वामी ने कहा कि फिलहाल यह मामला न्यायालय में है। जो भी होगा वह कानून के मुताबिक होगा।
पलानीस्वामी ने राज्य में सूखे से प्रभावित लोगों के बारे में बोलते हुए कहा कि प्रभावित किसानों को पांच दिनों के भीतर मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से 27 फरवरी को मिलेंगे जिसमें नेशनल एलिजिबिलिटी और एंट्रेंस टेस्ट (नीट) का मुद्दा भी उठाएंगे। गौरतलब है कि पिछले वर्ष 22 सितंबर को अपोलो अस्पताल में जयललिता के भर्ती कराए जाने और बाद में उनके निधन को लेकर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जयललिता को चार दिसंबर को दिल का दौरा पड़ने के बाद पांच दिसंबर को रात को साढ़े ग्यारह बजे अपोलो अस्पताल में मृत घोषित किया गया था। मद्रास हाईकोर्ट में एक जनहित याचिक डालकर जयललिता की मौत की न्यायिक जांच की मांग भी की गई है।