पटना, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने शुक्रवार को यह कह कर कि ‘नीतीश जी और हम बूढ़े हो चले हैं, हमलोग कितना दिन चलेंगे, आखिरकार नौजवान लोग ही देखेंगे, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बिहार के मुख्यमंत्री बनाने की मांग को और बल दे दिया है. लालू ने इसके पहले ये भी कहा कि महागठबंधन के नेता नीतीश कुमार हैं लेकिन भविष्य इन लोगों का है. ये बच्चे सीख रहे हैं, काम कर रहे हैं और जो लोग तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं उन लोगों का अरमान रहता है.
लालू यादव के बयान के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बिहार के मुख्यमंत्री बनने की संभावनाओं को जहां एक ओर बल मिला है वहीं दूसरी ओर, दोनों पार्टियों के नेता न आश्चर्यचकित चकित थे बल्कि उनका कहना था कि लालू यादव ने बयान देकर अनायास विपक्ष को चुटकी लेने का मौका दे दिया है. लेकिन राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव के व्यापक अर्थ निकाले जा रहें हैं , इसे नीतीश की बीजेपी से बढ़ती पींगों पर ब्रेक के रूप मे भी देखा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर इस बात की भी संभावना व्यक्त की जा रही है कि जब लालू यादव ने यह बोल दिया है तो वह यह करा भी सकतें हैं उनके बयानों को हल्के मे नही लिया जा सकता है.