नई दिल्ली, 2002 के गुजरात दंगों पर आयोजित एक कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि आज संवैधानिक पदों पर असंवैधानिक लोग बैठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात में भारतीय जनता पार्टी की नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सरकार चल रही है जो पूरे समाज के लिए खतरा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग पद एवं संविधान की गरिमा को समझे बगैर काम करते हैं। सीतलवाड ने गुजरात दंगों की चर्चा करते हुए कहा कि कुल 300 स्थानों पर दंगे की घटनाएं हुई थीं जिनमें 1600 से अधिक लोग मारे गए थे। इस संबंध में तमाम दस्तावेजों को एकत्र किया जा रहा है और यह काम जल्द पूरा होने वाला है। नरौदा पाटिया में दंगे की सबसे बड़ी घटना हुई थी जिसमें 126 लोग मारे गए थे।
गुजरात दंगे में मारे गए पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी ने कहा कि वह पिछले 15 वर्षों से गुजरात दंगे और अपने पति की हत्या के आरोपियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है और उन्हें उम्मीद है कि न्यायालय से न्याय जरूर मिलेगा। जाफरी ने 2002 के गुजरात दंगों पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि लोगों की सहानुभूति उनके साथ है और उन्हें विश्वास है कि अहमदाबाद की गुलबर्ग सोसाइटी पर हमला करने वालों को न्यायालय एक दिन सजा जरूर सुनाएगी।